लगातार सामने आ रही घटनाएं, सुरक्षा समिति के जिम्मे अफवाहें रोकना

पुलिस ने जारी की एडवाइजरी, कहा किसी गैंग का काम नहीं

ALLAHABAD: सच तो है कि कुछ महिलाओं की चोटी या बाल काट दिए गए हैं। इसे लेकर तेजी से फैल रही अफवाहों ने महिलाओं में डर भर दिया है। यह इस स्तर का हो गया है कि पुलिस को एडवाइजरी जारी करनी पड़ गई है। सुरक्षा समितियों को एक्टिव कर दिया गया है वे अफवाहों को रोकें। पुलिस अफसर खुद भी स्पॉट पर पहुंचकर लोगों को समझाने लगे हैं। डॉक्टर्स और साइकोलाजिस्ट इन घटनाओं मास हिस्टीरिया या कोरी अफवाह मानते हैं। उनका कहना है कि चोटी कटवा कोई गैंग या अपराधी नही बल्कि लोगों बीमार दिमाग की उपज है।

पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

यह घटनाएं एक अफवाह हैं, कतई ध्यान न दें।

अफवाह फैलाने वालों की सूचना पुलिस को दें। इसमें कोई गैंग शामिल नहीं

ग्रामीण शांति सुरक्षा समिति व पुलिस अधिकारी ग्रामीणों को करेंगे अवेयर

सोशल मीडिया के यूजर्स ऐसी पोस्ट को एवाइड करें

मेरे हिसाब से ऐसी घटनाओं के तीन कारण हो सकते हैं। पहला परिवार या समाज में अटेंशन पाने के लिए कुछ लड़कियां या महिलाएं खुद ऐसे कदम उठाएं। दूसरा, बाबा या तांत्रिक अपने फायदे के लिए ऐसी घटनाओं को बढ़ावा दें। तीसरा मानसिक रूप से परेशान लोग। शरारती तत्व इसका फायदा उठाते हैं।

-डॉ। हेमलता श्रीवास्तव, साइकोलाजिस्ट, सीएमपी डिग्री कॉलेज

जिन लोगों के बाल कट रहे हैं वह घटना के बाद बेहोश हो जाते हैं और होश में आने के बाद उन्हें कुछ याद नही रहता। यह हिस्टीरिया रोग या बढ़े तनाव के कारण है। ऐसे लोग अपने बाल काटकर सुधबुध खो बैठते हैं और जब दिमागी प्रेशर रिलीज हो जाता है तो रिलैक्स हो जाते हैं। कन्वर्जन डिसआर्डर या मास हिस्टीरिया के मामलों में ऐसा ही होता है।

डॉ। अभिनव टंडन,

सायकायट्रिस्ट

आज देखा कि फेसबुक पर किसी महिला ने सिर पर हरी मिर्ची बांधकर फोटो पोस्ट की है। ऐसी पोस्ट व्हाट्सऐप पर भी चल रही हैं। लोगों की सोच ऐसी घटनाओं से प्रभावित होने लगती है। इसी तरह से अफवाहों का जन्म होता है। कभी-कभी इन अफवाहों का फायदा शरारती तत्व भी उठाते हैं और माहौल को पैनिक बना देते हैं।

-डॉ। दीपा पुनेठा,

मनोवैज्ञानिक, इलाहाबाद विवि

बात सच है कि कुछ लोग तांत्रिक की बातों में आकर ऐसा काम करते हैं। जिससे डर का माहौल बन जाता है। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस को कड़ी कार्रवाई करना चाहिए।

आकाश

मेरे हिसाब से यह एक कोरी अफवाह है। ये कुछ तांत्रिकों द्वारा फैलाई गई अफवाह है जिससे लोगों में दहशत फैल रही है। पुलिस को मामला दर्ज करना चाहिए।

विवेक गौर

यह एक प्रकार का मनोरोग है। शायद इसे हिस्टीरिया कहते हैं। हालांकि देश में बहुत दिन से कोई चमत्कार नही हुआ है, इसलिए यह समस्या जल्द खत्म होने वाली नही है।

अमर वर्मा

उदाहरण एक

मऊआइमा थाना क्षेत्र के बराडीह गांव में शनिवार को दिन मे दो बजे इंटर की छात्रा रोशनी पुत्री राम खेलावन पटेल छत पर जा रही थी। छत पर पहुंचते ही उसकी चोटी कट गई और वह बेहोश हो गई। उसे हरिसेनगंज अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराना पड़ा।

उदाहरण दो

झूंसी थाना क्षेत्र के हबीबपुर गांव में किसी अज्ञात साये ने लड़की की चोटी काट ली। इसके बाद लड़की बेहोश हो गई। घटना की जानकारी होते ही महिलाएं सन्नाटे में आ गई।

सब अफवाह है। ऐसा कुछ नही होता है। आखिर महिलाओं के साथ क्यूं। पुरुषों के बाल क्यो नही काट लिए जाते हैं?

विकी कश्यप

Posted By: Inextlive