-परिषदीय स्कूल्स में बच्चों को दिया जाना है स्वेटर पर अभी तक नहीं हुआ टेंडर - आचार संहिता के चलते उलझा मामला, दिसंबर तक नहीं दिख रहे आसार varanasi@inext.co.in VARANASI ठंड में बच्चे ठिठुरें नहीं इसके लिए शासन ने परिषदीय स्कूल्स में यूनीफॉर्म के साथ ही अब स्वेटर और जूता-मोजा भी मुहैया कराने का फरमान जारी किया है। लेकिन सरकारी स्वेटर बच्चों को कब गर्मी देगा यह कह पाना मुश्किल है। क्योंकि निकाय चुनाव को लेकर स्वेटर का टेंडर लटका है जिसके दिसंबर लास्ट में ही होने की संभावना है। टेंडर होगा भी तो उसमें भी दस से बारह दिन बड़े आराम से लगेंगे, उसके बाद ख्0 से ख्भ् दिन स्वेटर तैयार कराने में लगेगा। स्वेटर आने के बाद उसे बच्चों तक पहुंचने में भी कुछ समय लगेगा। यानि मान कर चलिए कि जनवरी लास्ट में ही बच्चों को स्वेटर उपलब्ध हो जाएगा। तब तक ठंड आधी निकल जाएगी तब बच्चों को स्वेटर पहनाया जाएगा। इस प्रकार स्वेटर वितरण करने की योजना फिलहाल टेंडर में उलझ कर रह गई है। वहीं ठंड से बचने के लिए बच्चे रंग-बिरंगे स्वेटर संग हवाई चप्पल पहनकर स्कूल आ रहे हैं। देरी की वजह खौफ गवर्नमेंट लेवल पर बच्चों को यूनीफॉर्म संग जूता-मोजा व स्वेटर वितरण करने का एलान काफी पहले ही किया गया था। इसके तहत बच्चों को दो सेट यूनीफॉर्म व जूता-मोजा वितरित भी किए जा चुके हैं। वहीं स्वेटर के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू करने में देरी हो गई। कुछ जिलों ने टेंडर आमंत्रित कर नवंबर में पोर्टल पर बच्चों की संख्या अपलोड कर दी थी। ऐसे जिले के अधिकारियों को चुनाव आयोग ने तलब कर लिया। इसके बाद बनारस सहित सभी डिस्ट्रिक्ट ने चुप्पी साध ली है। अब आचार संहिता खत्म होने के बाद ही टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। वहीं टेंडर पास होने के बाद स्वेटर की आपूर्ति में करीब क्भ् दिन से अधिक लगने की संभावना है। बृजभूषण चौधरी बीएसए क्70 रुपये प्रति छात्र बजट जिस कलर में बच्चों का यूनिफॉर्म है उसी रंग में स्वेटर भी अवेलेबल कराए जाएंगे। शासन ने क्70 रुपये प्रति बच्चे स्वेटर का बजट निर्धारित किया है।

Posted By: Inextlive