जमीन पर नहीं दिखती नगर निगम की करनी
-सबसे अधिक शिकायती कॉल नगर निगम की
-सबसे अधिक सफाई व्यवस्था से त्रस्त हैं दूनवासी DEHRADUN: नगर निगम सिटी का विलेन बन गया है। जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ में बने लोक शिकायत निवारण केंद्र में सबसे अधिक शिकायतें नगर निगम से संबंधित आ रही हैं। पीजीआरसी में दर्ज ब्क्7 शिकायतों में से क्क्8 शिकायतें निगम से संबंधित हैं। वहीं, नगर निगम कार्यालय में बने आपदा कंट्रोल रूम में भी पब्लिक के गंदगी, जलभराव व अन्य समस्याओं से संबंधित रोजाना आधा दर्जन से अधिक शिकायती फोन आ रहे हैं। रोजाना एक दर्जन से अधिक शिकायतेंपीजीआरसी में रोजाना क्ख्-क्ब् शिकायतें आ रही हैं। ख्7 जून से ख्ब् जुलाई तक ब्8म् शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं, जबकि क्8 जुलाई तक विभिन्न विभागों से संबंधित ब्क्7 शिकायती काल आ चुके हैं। इनमें पहले नंबर पर नगर निगम, दूसरे नंबर पर जल संस्थान, तीसरे नंबर पर लोक निर्माण विभाग और चौथे नंबर पर विद्युत विभाग है।
सबसे ज्यादा गंदगी से त्रस्त हैं लोगसिटी में सबसे अधिक लोग गंदगी की समस्या से त्रस्त हैं। निगम द्वारा बनाए गए कंट्रोल रूम में सबसे अधिक शिकायतें बदहाल सफाई व्यवस्था से परेशान लोगों की ही आ रही हैं। इसी तरह से पीजीआरसी में भी निगम से संबंधित अधिकतर शिकायतें सफाई व्यवस्था को लेकर ही होती हैं। प्राकृतिक नहीं विभागीय आपदा से जूझ रही पब्लिक मानसून सीजन में जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से राजधानी में आपदा कंट्रोल रूम बनाए गए हैं।
विभागीय आपदाओं से जूझ रहे हकीकत यह है कि दून के लोग प्राकृतिक आपदा से नहीं, बल्कि विभागीय आपदाओं से जूझ रहे हैं। पीजीआरसी में नगर निगम, जल संस्थान, पेयजल निगम, लोक निर्माण विभाग, एमडीडीए, जिला समाज कल्याण विभाग, चिकित्सा विभाग सहित कई विभागों की लापरवाही से परेशान लोग कंट्रोल रूम में कॉल कर शिकायत दर्ज करवा रहे हैं। कंट्रोल रूम में आने वाली मुख्य शिकायतें जलभराव बदहाल सफाई व्यवस्था सीवर चोक पानी का लो प्रेशर खस्ताहाल सड़कें पाइप लाइन टूटी होना विभाग शिकायतें नगर निगम क्क्8 जल संस्थान ब्ख् लोक निर्माण विभाग फ्फ् विद्युत विभाग फ्0 --------जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए कंट्रोल में आने वाली कई शिकायतें दूसरे विभागों से संबंधित होने के बावजूद उन्हें नगर निगम में जोड़ा जा रहा है। निगम की ओर से पूरे प्रयास किए जा रहे हैं कि पब्लिक की समस्याओं का तुरंत निराकरण किया जाए। कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं।
-विनोद चमोली, मेयर