वर्ल्ड बाॅक्सिंग चैंपियनशिप में भारतीय बाॅक्सर अमित पंघाल ने इतिहास रच दिया। पंघाल पहले ऐसे भारतीय बाॅक्सर हैं जिन्होंने वर्ल्ड मेन्स बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई है।

एकातेरिनबर्ग (रूस), प्रेट्र। एशियन चैंपियन अमित पंघाल पहले ऐसे भारतीय मुक्केबाज बने जिन्होंने वर्ल्ड मेन्स बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई है। अमित ने 52 किलोग्राम भारवर्ग के अंतिम चार मुकाबले में कजाखस्तान के साकेन बिपोसिनोव के हराकर ये उपलब्धि हासिल की। अमित पंघाल ने इस मुकाबले में अपने विरोधी पुर 3-2 से जीत दर्ज की। शनिवार को फाइनल मैच में अमित का मुकाबला उजबेकिस्तान के शाखोबिदिन जोरेव के साथ होगा। जोरेव ने फ्रांस के बिलाल बेनामा को सेमीफाइनल में हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।
ऐसा रहा है अमित का रिकाॅर्ड
अमित पंघाल ने वर्ष 2017 एशियन चैंपियनशिप में 49 किलोग्राम भारवर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इस वर्ष उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में क्वार्टरफाइनल तक पहुंचने का गौरव प्राप्त किया था। वहीं 2018 एशियन गेम्स चैंपियन बनने से पहले उन्हंने बुल्गारिया में स्ट्रेंड्सजा मेमोरियल टूर्नामेंट में दो गोल्ड मेडल लगातार जीते थे।

Congratulations #amitpanghal reached in finals in world champions 🇮🇳 go for gold brother 👊🏽

— Vijender Singh (@boxervijender) 20 September 2019


पहले एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता
इस वर्ष अमित पंघाल ने 52 किलोग्राम भारवर्ग की प्रतियोगिता में जाने से पहले एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था। भारत ने इससे पहले वर्ल्ड चैंपियनशिप के एक सीजन में कभी भी एक ब्रॉन्ज मेडल से ज्यादा नहीं जीता था, लेकिन अमित पंघाल और मनीष कौशिक (63 क्रिलोग्राम) ने इस बार ये सिलसिला तोड़ दिया और सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
विजेंदर सिंह थे मेडल जीतने वाले पहले खिलाड़ी
विश्व चैंपियनशिप में भारत की तरफ से मेडल जीतने वाले पहले खिलाड़ी विजेंदर सिंह थे जिन्होंने 2009 में ये कमाल किया था। इसके बाद विकास कृष्णन (2011), शिव थापा (2015) और गौरव विधूरी (2017) ने ये कामयाबी अपने नाम की थी। हालांकि ये फाइनल में नहीं पहुंचे थे और कांस्य पदक जीतकर लौटे थे।

 

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari