RANCHI : मां का पहला दूध किसी बच्चे के लिए अमृत के समान होता है। यह सिर्फ हेल्थ के लिए ही नहीं, बल्कि मां और बच्चे को इमोशनली भी जोड़ता है। ब्रेस्टफीडिंग से बच्चे के साथ-साथ मां की हेल्थ भी बेहतर होती है। आज की आधुनिकता में कई महिलाएं ब्रेस्टफीडिंग से दूर रहना चाहती हैं, लेकिन यह मां और बच्चे दोनों के लिए बेहतर नहीं है। ये बातें गुरुवार को रांची वीमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ मंजू सिन्हा ने कॉलेज में व‌र्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक के दौरान सीएनडी डिपार्टमेंट की ओर से आयोजित प्रोग्राम में कहीं।

एक्स्प‌र्ट्स ने दिए कई टिप्स

इस मौके पर डायटीशियन और इसी कॉलेज की स्टूडेंट गजाला मतीन ने ब्रेस्टफीडिंग की खासियत और मां के पहले दूध की इम्पॉर्टेस बताई। इसमें डिपार्टमेंट की टीचर्स ने एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म के जरिए किशोरावस्था में खानपान से लेकर प्रेग्नेंट वुमन की डायट की जानकारी दी। वहीं, डिपार्टमेंट की ज्योति कुमारी ने कविता के थ्रू ब्रेस्टफीडिंग के लिए जागरूक किया। इस मौके पर कॉलेज की डॉ मीना सहाय, डॉ रेणुका ठाकुर, गीता कुमारी, अर्चना कुमारी मौजूद थीं। प्रोग्राम का संचालन स्टूडेंट ज्योति और स्मिता ने किया।

'टैलेंट खोज' में स्टूडेंट्स ने दिखाया टैलेंट

डंगरा टोली स्थित टैलेंट टेक्नोलॉजी में गुरुवार को टैलेंट खोज का आयोजन किया गया। इसके तहत चुने गए पहले 20 स्टूडेंट्स को 50 परसेंट और 10 स्टूडेंट्स को 30 परसेंट स्कॉलरशिप दी जाएगी। इसके साथ ही एक्सेल एजूकेशन के डायरेक्टर बलवंत निशाद ने टैलेंट टेक्नोलॉजी की ओर से कराए गए एप्टीट्यूट टेस्ट में पहले पांच विनर्स को पुरस्कृत किया। टैलेंट टेक्नोलॉजी के शिव सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जो स्टूडेंट्स आईटी सेक्टर में अपना करियर बनाना चाहते हैं और पैसे की कमी के कारण वे आगे नहीं बढ़ पाते हैं, ऐसे स्टूडेंट्स के लिए टैलेंट ाोज का आयोजन किया गया।

Posted By: Inextlive