- सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल रहा है रिस्पना पुनर्जीवन - वर्ष 2019 में लगाए गए मेडिसीनल प्लांट कर रहे ग्रो DEHRADUN: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल दून की रिस्पना पुनर्जीवन पर अबकी बार कोरोना की साया पड़ती हुई नजर आ रही है. गत वर्षो में अब तक लगातार मीटिंग के दौर

- सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल रहा है रिस्पना पुनर्जीवन

- वर्ष 2019 में लगाए गए मेडिसीनल प्लांट कर रहे ग्रो

DEHRADUN: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल दून की रिस्पना पुनर्जीवन पर अबकी बार कोरोना की साया पड़ती हुई नजर आ रही है। गत वर्षो में अब तक लगातार मीटिंग के दौर के साथ ही प्लांटेशन का प्लान तैयार हो जाता था। लेकिन अब तक शासन प्रशासन की ओर से फिलहाल कोई दिशा-निर्देश नहीं मिल पाए हैं। बहरहाल, खुशखबरी ये है कि प्रशासन की ओर से गत वर्ष 2019 में रिस्पना के कैचमेंट एरिया से लेकर मोथोरावाला तक जिन मेडिसीनल प्लांट्स का प्लांटेशन करवाया गया था। उसके पॉजिटिव नतीजे नजर आने लगे हैं। यहां प्लांटेशन किए गए प्लांट्स पांच से छह फीट तक ग्रो कर चुके हैं।

दो वर्षो से प्लांटेशन जारी

दून की रिस्पना नदी कभी बारामास हुआ करती थी, लेकिन अब ये नदी दम तोड़ती नजर आ रही है। यही वजह है कि सरकार ने रिस्पना के पुनर्जीवन के लिए कदम बढ़ाए और इसको ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल किया। वर्ष 2018 में दून की रिस्पना व बिंदाल नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए विशेषज्ञों, इको टास्क फोर्स सहित मैड जैसी तमाम संस्थाओं की मदद ली गई। यहां तक की स्कूलों को भी प्लांटेशन के लिए मोटिवेट किया गया। वर्ष 2018 में तो ढ़ाई लाख प्लांट्स के प्लांटेशन का टारगेट सुनिश्चित करते हुए रिकॉर्ड बनाने की स्ट्रेटजी तैयार की गई। हालांकि इस वर्ष रिकॉर्ड के एवज में 70 से 80 हजार प्लांटेशन हो पाया है। तय किया गया है कि वर्ष 2019 में भी बड़े स्तर पर प्लांटेशन होगा। दोनों वर्षो में सरकार के स्तर से बजट अलॉट किया गया। खुद सीएम से लेकर चीफ सेक्रेटरी सरकारी डिपार्टमेंट के साथ एनजीओ व संस्थाओं के साथ मॉनिटरिंग करते रहे।

सिविल डिफेंस अबकी बार भी करेगा प्लांटेशन

आज जब दुनियाभर में व‌र्ल्ड एन्वायरनमेंट डे मनाया जा रहा है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को रिस्पना के कैचमेंट एरिया कैरवान गांव से तस्वीर प्राप्त हुई। सिविल डिफेंस के डिप्टी चीफ वार्डन उमेश्वर सिंह रावत ने बताया कि वर्ष 2019 में किए गए प्लांटेशन के बेहरत रिजल्ट देखने को मिले हैं। प्लांट्स 85 परसेंट तक ग्रो कर चुके हैं। उम्मीद है कि भविष्य में ये प्लांट्स लगातार ग्रो कर पाएंगे। उमेश्वर सिंह रावत के साथ थर्सडे को सिविल डिफेंस के घटना नियंत्रण अधिकारी देवेंद्र शाह भी मौके पर पहुंचे। बताया कि सिविल डिफेंस ने इस गांव को प्लांटेशन के लिए अडॉप्ट किया है। बताया कि इस मानसून में भी यहां प्लांटेशन किया जाएगा। फिलहाल जो पौधे ग्रो कर रहे हैं, उन मेडिसीनल प्लांट्स आंवला, हरड़, बेल, तेजपत्ता, रुद्राक्ष और पिलकंड आदि शामिल हैं। मैड के प्रमुख करन का भी कहना है कि वर्ष 2019 में किए गए प्लांटेशन के रिजल्ट उम्मीद के मुताबिक नजर आ रहे हैं।

Posted By: Inextlive