भारत में लोग कहते हैं कि धरती का स्‍वर्ग अगर कहीं है तो कश्‍मीर में है लेकिन हम कहेंगे कि यह आपका भ्रम है। उत्‍तराखंड के बर्फीले पहाड़ों के बीच प्रकृति की गोद में बसा हेमकुंड साहिब एक पवित्र स्‍थल तो है ही। साथ में यहां की खूबसूरती लोगों को ऐसा मंत्रमुग्‍ध कर देती है कि लोग धरती और स्‍वर्ग दोनों को ही भूल जाते हैं।

हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा पूरी दुनिया में सिखों के लिए सबसे पवित्र स्थलों में से एक है। केदारनाथ मंदिर से भी अधिक ऊँचाई पर होने के कारण यहां साल के अधिकतर समय बर्फ गिरती रहती है। सिर्फ जून से लेकर सितम्बर महीने के लास्ट तक श्रद्धालु और टूरिस्ट्स यहां आते हैं। हेमकुंड साहिब में सिखों के दसवें गुरु गुरुगोविंद सिंह ने करीब 20 सालों तक यहां तपस्या की थी। यहां हिमालय की चोटियों के बीच चारों ओर बर्फ के पहाड़ हैं। सर्दियों में बंद रहने के बाद अब यह गुरुद्वारा श्रद्धालुओं के लिए खुल चुका है। आइए देखें हेमकुंड साहिब यात्रा की मनमोहक खूबसूरती।

 

हेमकुंड साहिब के रूट पर प्रकृति के मनोरम नजारे देखने को मिलते हैं।

 

कठिन चढ़ाई के कारण हेमकुंड यात्रा मार्ग पर लोग हाथों में छड़ी लेकर चलते हुए नजर आते हैं।

 

हेमकुंड साहिब का ट्रैकिंग रूट काफी मुश्किल और घुमावदार है।

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यह है हेमकुंड लेक जिसमें स्नान करके श्रद्धालु गुरुद्वारे में दर्शन करते हैं।

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हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा में सिख संगत के मधुर भजन सुनते हुए दर्शन करके श्रद्धालु खुद को निहाल करते हैं। वीडियो में देखें हेमकुंड साहिब के कुछ और शानदार नजारे।

 

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Posted By: Chandramohan Mishra