अक्सर ये सुनने को मिलता है कि इतनी कम उम्र में दिल की बीमारी क्यों हो गई? या इस उम्र में हार्ट अटैक? लेकिन यकीन मानिए कई बड़ी बीमारी दबे पांव जरूर आती है लेकिन अचानक कुछ भी नहीं होता। आइए वर्ल्ड हार्ट डे पर जानें हार्ट डिसीज से कैसे बचें...


World Heart Day 2019 कम उम्र में दिल की बीमारी अब बेहद आम बात हो गई है। हम अपने आसपास लोगों को यह कहते अक्सर सुनते हैं कि इतनी कम उम्र में हार्ट अटैक। बहरहाल किसी भी बीमारी के होने से पहले हमारा शरीर कई तरह के सिग्नल दे रहा होता है, जिन्हें अमूमन हम नजरअंदाज कर देते हैं। आइए वर्ल्ड हार्ट डे पर जानते हैं उन सिग्नलों के बारे में और कैसे उन्हें पहचानकर दिल की बीमारी होने का खतरा कम किया जा सकता है।लंबे वक्त तक बनी रहने वाली थकान
ज्यादा काम या वर्कआउट करने से होने वाली थकान सामान्य है। वहीं अगर थकान लंबे वक्त तक बनी रहती है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। अगर डेली रुटीन के काम करने में आपको थकान महसूस होने लगी है तो अलर्ट होने का समय है। डेली रूटीन के इन कामों में सोने के लिए बिस्तर तैयार करने से लेकर बाथरूम तक चलकर जाना हो सकता है। अगर कुछ दूर चलने में परेशानी होने लगी है तो सिग्नल है कि कहीं कुछ गड़बड़ है।सांस फूलने लग जाना


अगर अचानक आंखों के आगे अंधेरा छा जाता है या फिर सांस फूलने लगती है तो आपको अलर्ट हो जाना चाहिए। सांस फूलने के साथ पसीना आना दिल की बीमारी की ओर इशारा करता है। ऐसी स्थिति में किसी योग्य डॉक्टर की सलाह लेना बेहतर होगा। चेस्ट पेन या हार्ट बर्न होने पर बिना देर किए डॉक्टर की सलाह लें। ऐसा कर आप हार्ट अटैक से बच सकते हैं।बाएं हाथ में दर्द आम लक्षणबाएं हाथ के दर्द को हार्ट अटैक के आम लक्षणों में गिना जाता है, हालांकि यह कतई जरूरी नहीं है कि दिल की समस्या को सिर्फ इससे जोड़कर देखा जाए। महिलाओं में ये किसी भी तरफ हो सकता है, अगर गले के पीछे, जबड़े में या पीठ में दर्द लगातार हो रहा है तो ये खतरे का सिग्नल है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेना बेहतर होगा।छाती में दबावजब दिल की किसी धमनी या आर्टरी में ब्लॉकेज होने लगता है तो छाती में दबाव महसूस होता है। अलग-अलग लोग इसे अलग तरह से समझते या समझाते हैं। किसी को सीने में जलन तो किसी को एसिडिटी महसूस होती है। कुछ लोगों को चुभन या सीने पर पर कोई भारी सामान रखा हुआ महसूस होता है। यह दिल की बीमारी का संकेत हो सकता है बिना देर किए किसी योग्य चिकित्सक की सलाह लेना बेहतर रहेगा।

बार-बार चक्कर आना खतरे का संकेत72 से 108 एमजी की गिनती सामान्य में होती है। 100 से 125 प्रीडाइबिटिक और 126 से ऊपर होने पर अलर्ट हो जाने की आवश्यकता है। खाना खाने के 2 घंटे के भीतर 140 एमजी शुगर आम बात है। हार्ट अटैक में ये 4 काम करें -बिस्तर पर करवट लेकर लेट जाएं -मुंह में एक डिस्प्रिन की गोली लें और चबाएं-जीभ के नीचे सॉरबिट्रेट (5 एमजी) रख लें -जल्द नजदीकी हॉस्पिटल जाएं.कैसे पहचानें की दिल फिट हैकरीब 10 परसेंट लोग ऐसे भी होते हैं, जिनकी लाइफस्टाइल हेल्दी होती है और उनके दिल की उम्र उनकी असल उम्र से कम होती है। अगर आप रोजाना 3 से 4 किमी तेज कदमों से चल सकते हैं और ऐसा करते हुए आपकी सांस नहीं उखड़ती या सीने में दर्द नहीं होता तो मान सकते हैं कि आपका दिल सेहतमंद है। अगर दिल के मरीज हैं और दो मंजिल सीढिय़ां चढऩे या 2 किमी पैदल चलने के बाद सांस नहीं फूलता तो सामान्य लोगों की तरह एक्सरसाइज कर सकते हैं, वरना डॉक्टर से पूछकर एक्सरसाइज करें। लाइफस्टाइल में यदि अच्छा खाना, समय पर खाना, सही ढंग से खाना, वॉक और स्माइल को शामिल किया जाए तो 80 परसेंट हार्ट प्रॉब्लम से बच सकते हैं। क्या खाएं,  हाई फाइबर और लो फैट वाली डाइट जैसे कि गेहूं, ज्वार, ओट्स, बाजरा का आटा या दलिया लें।फ्लैक्स सीड्स (अलसी के बीज) आधा चम्मच रोजाना लें।एक-दो लहसुन एक कली रोजाना ले सकते हैं।5-6 बादाम और 1-2 अखरोट रोजाना खाना बेहतर है.जामुन, पपीता, सेब, आड़ू जैसे लो-ग्लाइसिमिक इंडेक्स वाले फल खा सकते हैं।हरी सब्जियां, साग, शलजम, बीन्स, मटर, ओट्स, सनफ्लावर सीड्स आदि डाइट में  शामिल करें।ऑलिव ऑयल, कनोला, तिल का तेल और सरसों का तेल, थोड़ी मात्रा में देसी घी भी अच्छा सेहत के लिए।मछली, चिकन भी खा सकते हैं लेकिन यह ज्यादा तला-भुना और मसालेदार न हो।क्या न खाएं मक्खन, मलाई, वनस्पति घी सैचुरेडिट फैट वाली चीजें न खाएं.मैदा, सूजी, सफेद चावल, चीनी, आलू यानी सफेद चीजें से पूरी तरह से दूर रहें।पैक्ड चीजें मसलन पैक्ड जूस, बेकरी आइटम्स, सॉस न लें।रोजाना आधे चम्मच से ज्यादा नमक न लें।बहुत मीठी चीजें (मिठाई, चॉकलेट) से बचें.newsroom@inext.co.in


अगर खाली पेट घूमने या ज्यादा काम करने के कारण चक्कर आता या आंखों के सामने अंधेरा नजर आता है तो यह आम बात हो सकती है। बहरहाल अगर बिना किसी वजह के यह बार-बार हो रहा है तो चिंता की बात है। ऐसा अक्सर ब्लड प्रेशर के मरीजों के साथ देखा गया है क्योंकि हार्ट ठीक तरह से खून पंप नहीं कर पा रहा होता। यह दिल की बीमारी के सिग्नलों में से एक हो सकता है।खर्राटे दिल की बीमारी का सिग्नल हो सकते हैं।खर्राटे लेने की वजह साइनस हो सकता है, लेकिन अगर किसी के खर्राटे बदल गए हैं और ऐसा करते समय ऐसी आवाज आ रही है जैसे किसी की सांस रूकी जा रही या सांस लेने में कठिनाई हो रही है तो यह स्लीप एप्निया का लक्षण हो सकता है। ऐसा होने पर दिल पर ज्यादा दबाव पड़ता है। यह दिल की बीमारी का संकेत हो सकता है।पैरों में सूजन
जब आपका दिल ठीक तरह से खून नहीं पंप कर पाता तो इससे मांसपेशियों में सूजन आ जाती है. दिल के ठीक तरह से काम न करने का असर किडनी पर भी होता है और वह भी अपना काम ठीक से नहीं कर पाती। इसलिए पैरों और तलवों में सूजन हो जाती है। यह भी दिल की बीमारी के सिग्नलों में से एक है।दिल की धड़कन तेज होनास्वस्थ्य शरीर में दिल की धड़कन जोश, डर या एक्सरसाइज के कारण बढ़ती है वहीं अगर यह आम तौर पर कई बार तेज हो जाती और कुछ सेकंड्स से ज्यादा समय के लिए रहती  दिल की बीमारी से जुड़े पांच सिग्नलब्लड प्रेशरब्लड प्रेशर 120/80 नॉर्मल माना जाता है। इससे ज्यादा है तो हार्ट अटैक की आशंका हो सकती है। आपको अपनी जीवन शैली पर नजर रखने की जरूरत है।कमरअगर कमर 36 इंच से ज्यादा हो गई है तो दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। यदि यह बढ़कर 40 इंच हो जाए तो खतरा दोगुना हो जाता है।बॉडी मास इंडेक्सअगर आपका बीएमआई 30 से ज्यादा है तो आपकी गिनती ओबीज श्रेणी वालों में होगी। 18.5 से 24.9 बॉडी मास नॉर्मल माना जाता है और 25 से 29 के बीच वालों गिनती ओवरवेट में होती है।कोलेस्ट्रॉल220 एमजी कोलेस्ट्रॉल होते ही खतरा और 250 एमजी होने पर यह दोगुना हो जाता है।ब्लड शुगर Posted By: Shweta Mishra