पूरी दुनिया आज विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मना रही है। डॉक्टर्स भी मानते हैं कि तम्बाकू का सेवन बेहद खतरनाक है। ये जानलेवा तक हो सकता है। तम्बाकू में निकोटिन होता है। यदि व्यक्ति एक बार इसका सेवन करता है तो उसी का दास बनकर रह जाता है। अधिक मात्रा में तम्बाकू सेवन से लकवा मुंह गले आहार नाल फेफडों यकृत मूत्राशय के कैंसर की संभावना बीस गुना तक अधिक बढ जाती है। तम्बाकू के सेवन करने वाले रोगियों का उपचार सामान्य रोगियों की तुलना में अधिक मुश्किल होता है।


तम्बाकू जनित पदार्थ के उपयोग से कैंसर का खतरा 30 फीसदी अधिक खतरा बढ़ जाता है। तम्बाकू से व्यक्ति खुद तो बीमार होता ही है साथ ही उसका परिवार भी प्रभावित होता है। पैसिव स्मोकिंग से भी लोगों में कैंसर जनित बीमारियों की संभावना 60 प्रतिशत तक बढ जाती है।

Posted By: Prabha Punj Mishra