सोरियासिस बीमारी का इलाज नहीं, दवा से होगा कंट्रोल
- हर महीने इलाज के लिए पहुंच रहे हैं 300 से ज्यादा मरीज
- वर्ल्ड सोरियासिस डे पर रिम्स के डॉक्टरों ने दी मरीजों को सलाह - ध्यान नहीं देने से कई ऑर्गन को कर सकता है डैमेजरांची : सोरियासिस का नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं। लेकिन, यह स्किन से जुड़ी इस बीमारी को इलाज से कंट्रोल तो किया जा सकता है पर पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकती। ये बातें वर्ल्ड सोरियासिस डे के मौके पर अवेयरनेस प्रोग्राम में डॉ प्रभात कुमार ने कही। उन्होंने कहा कि शरीर में कहीं भी स्पॉट बन जाए और खुजली करने पर लेयर जैसा छूटे तो यह सोरियासिस का लक्षण है। ऐसे में मरीज को तत्काल इसका इलाज शुरू करा लेना चाहिए। ऐसा नहीं करने की स्थिति में इसका असर ज्वाइंट और दूसरे बॉडी पार्ट्स पर भी पड़ता है। मौके पर डॉ एसएस चौधरी, डॉ वाईए लाल समेत अन्य लोग मौजूद थे।
हर दिन आते हैं 10-12 मरीजरिम्स के स्किन ओपीडी में सोरियासिस के एक दर्जन भर मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। इस हिसाब से पूरे महीने में लगभग 300 सोरियासिस के मरीजों का इलाज होता है। इसमें से केवल एक परसेंट मरीज ही पूरी तरह से ठीक हो पाते हैं। बाकी के मरीज रेगुलर दवा खाकर इस बीमारी को कंट्रोल कर सकते हैं।
कैसे कर सकते हैं पहचान - चकत्ते के रूप में स्किन पर हो जाते हैं दाग - खुजली करने पर छूटता है स्किन का लेयर - सिर से भूसी की तरह भी निकलता है पाउडर इन बातों का रखें ध्यान - बीमारी पता चलने पर रेगुलर करें डॉक्टर से विजिट - लाइफस्टाइल पर भी देना होगा ध्यान - डॉक्टर के एडवाइस के अनुसार ही लें डाइट