थोक मूल्यों पर आधारित महंगाई पांच महीनों में सबसे ज्यादा है। अगस्त के महीने में यह उछल कर 0.16 प्रतिशत पर पहुंच गई है। मैन्युफैक्चरिंग चीजों के दाम बढ़ने से इस महीने महंगाई बढ़ी है।


नई दिल्ली (पीटीआई)। थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित (डब्ल्यूपीआई) महंगाई दर चार महीनों से निगेटिव थी। अप्रैल में यह (-) 1.57 प्रतिशत, मई में (-) 3.37 प्रतिशत, जून में (-) 1.81 प्रतिशत और जुलाई में (-) 0.58 प्रतिशत थी। लाॅकडाउन की वजह से देश में आर्थिक गतिविधियां बंद हाेने की वजह से महंगाई दर फिसलती जा रही थी। मार्च में महंगाई दर 0.42 प्रतिशत थी।पिछले साल अगस्त में महंगाई दर थी 1.17 प्रतिशतवाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को अपने बयान में कहा कि मासिक डब्ल्यूपीआई पर आधारित महंगाई की वार्षिक दर अगस्त के महीने में 0.16 प्रतिशत है। पिछले साल इसी महीने यह 1.17 प्रतिशत पर थी। अगस्त के महीने में खाद्य पदार्थों की महंगाई दर 3.84 प्रतिशत पर थी। सब्जियों की महंगाई दर 7.03 प्रतिशत और दालों की 9.86 प्रतिशत रही थी।आलू महंगा पर प्याज की महंगाई हुई कम
अंडा, मीट और मछली की महंगाई दर अगस्त के महीने में 6.23 प्रतिशत पर थी। आलू के दाम बढ़ने इसकी महंगाई दर 82.93 प्रतिशत रही। वहीं प्याज की महंगाई दर (-) 34.48 प्रतिशत थी। अगस्त में ईंधन और ऊर्जा की महंगाई फिसल कर 9.68 प्रतिशत रह गई। पिछले महीने यह 9.84 प्रतिशत पर थी।

Posted By: Satyendra Kumar Singh