दीवारों पर लुभावने ऑफर लिख आवास देने वालों पर कसेगा शिकंजा
- एलडीए की ओर से कराई जाएगी ऐसे ऑफर की जांच
- जनता को फर्जीवाड़े से बचाने के लिए उठाया जा रहा है कदम abhishekmishra@inext.co.in LUCKNOW: बंपर राहत, सस्ता आवास महज 8 लाख में या फिर अपनी पसंद की जगह पर भूखंड खरीदें, ऐसे ऑफर अक्सर हमारी नजरों के सामने आते रहते हैं। ये ऑफर कभी पंपलेट्स के रूप में आते हैं तो कभी दीवारों पर लिख दिए जाते हैं। कई बार इन ऑफरों में फंसकर लोग अपनी जमापूंजी तक गंवा बैठते हैं। इस तरह के फर्जीवाड़े से जनता को बचाने के लिए एलडीए की ओर से बड़ा कदम उठाने की तैयारी की गई है। एलडीए की ओर से दीवारों पर लिखे जाने वाले या पंपलेट्स के माध्यम से जनता तक पहुंचाये जाने वाले हर एक ऑफर और ऑफर देने वाले की जांच की जाएगी। जिससे ऑफर की सारी सच्चाई सामने आ सके। अपने क्षेत्र पर फोकसएलडीए की ओर से मुख्य रूप से अपने क्षेत्र के अंतर्गत दिए जाने वाले ऑफर्स पर किया जा रहा है। कई बार तो ऑफर्स में यह तक लिख दिया जाता है कि एलडीए की ओर से प्रोजेक्ट स्वीकृत है, जबकि ऐसा होता नहीं है। जब एक-एक ऑफर की जांच होगी, तब सारी सच्चाई अपने आप सामने आ जाएगी।
बाहरी एरिया में ज्यादा खेल
शहर की प्राइम लोकेशन में तो उतना खेल नहीं होता है लेकिन नए डेवलप हो रहे एरिया में ऑफर्स की बारिश की जाती है। चूंकि एरिया नया होता है, इस वजह से लोग आसानी से ऑफर्स के झांसे में आ जाते हैं और अपनी मेहनत की कमाई गंवा बैठते हैं। बता दें कि एलडीए की ओर से हाल में ही यह साफ कर दिया गया है कि अब कौन-कौन से एरिया एलडीए के अंतर्गत आते हैं, इसमें ग्राम समाज का एरिया भी है। एलडीए की ओर से तहसील वार लिस्ट भी जारी की जा चुकी है। एलडीए की अनुमति जरूरी एलडीए के तहत आने वाले एरिया में अगर कोई व्यक्ति प्लाटिंग करता है या कॉलोनी विकसित करता है, तो उसे सबसे पहले एलडीए से परमीशन लेनी होगी। एलडीए की ओर से नक्शा इत्यादि स्वीकृत करने के बाद ही उक्त कॉलोनी या प्लाटिंग मान्य होगी। हाल में कई कार्रवाई पिछले दो माह में एलडीए की ओर से तीन से चार कॉलोनियों पर कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही नियमित रूप से अवैध निमार्णो पर भी एक्शन लिया जा रहा है। एलडीए वीसी खुद हर कार्रवाई की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। वर्जनआवास या भूखंड उपलब्ध कराने संबंधी ऑफर्स की जांच कराए जाने का निर्णय लिया गया है। जिससे जनता को फर्जीवाड़े से बचाया जा सके।
पीएन सिंह, वीसी, एलडीए