-1515 होता है आईएसआईएस, 214 राम और 4141 होता है पापा

-गाडि़यों में मनमर्जी नंबर प्लेट्स लिखाने का काम धड़ल्ले से जारी

LUCKNOW: 1515 होता है आईएसआईएस, 214 राम और 4141 होता है पापा, यह कुछ नमूने है उन नंबर प्लेट्स के जिन्हें राजधानी में फर्राटा भर रही गाडि़यों में लगाया गया है। दरअसल, गाडि़यों में नंबर लिखवाने में इस कदर मनमर्जी जारी है कि मानो वह गाडि़यों की नंबर प्लेट न होकर क्रियेटिविटी का कैनवास हो। जहां सिर्फ और सिर्फ गाड़ी मालिक की मनमर्जी चलती हो। आलम यह है कि इन दिनों गाडि़यों में नंबर लिखवाने में न तो कोई नियमों का पालन हो रहा और न ही अधिकारी इस पर कोई एक्शन लेने को तैयार हैं। इस क्रियेटिविटी का साइड इफेक्ट यह है कि जब इन गाडि़यों से कोई हादसा हो जाता है कि तो उसका नंबर तक नहीं पढ़ा जा सकता। यही वजह है कि आई नेक्स्ट ने ऐसी दोषपूर्ण नंबर प्लेट वाली गाडि़यों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है।

यह हैं मानक

मोटर व्हीकल एक्ट 1989 के नियम संख्या 51 में विभिन्न वाहनों के नंबर प्लेट के मानकों का विवरण दिया गया है। इसके तहत बाइक की नंबर प्लेट पर पड़ने वाले अंकों की ऊंचाई 30 एमएम, मोटाई 5 एमएम और बीच में गैप 5 एमएम का होना चाहिये। तिपहिया वाहनों के लिये अंक व अक्षर की ऊंचाई 35 एमएम, मोटाई 7 एमएम व बीच का स्थान 5 एमएम होता है। जबकि चार पहिया व उससे बड़े वाहनों के नंबर प्लेट में अक्षर व अंक की ऊंचाई 65 एमएम, मोटाई 10 एमएम जबकि बीच का गैप 10 एमएम होना चाहिये।

नंबर प्लेट या परिचय पत्र

नियमों के मुताबिक, नंबर प्लेट पर नंबर के अलावा कुछ भी अंकित नहीं किया जाना चाहिये। पर, इन दिनों गाडि़यों की नंबर प्लेट गाड़ी मालिक का परिचय पत्र बन गई मालूम पड़ती हैं। किसी भी सड़क पर निकल जाइये, नंबर प्लेट पर विधायक, प्रेस, पुलिस, एडवोकेट, डॉक्टर और न जाने क्या-क्या अंकित नंबर प्लेट वाली गाडि़यां खुलेआम फर्राटा भरती मिल जाएंगी। आमतौर पर देखा गया है कि गाड़ी मालिक यह सब अपने शौक के लिये नहीं बल्कि ट्रैफिक पुलिस पर अपना रौब गांठने के लिये करते हैं।

100 से 500 तक मनमाफिक नंबर प्लेट

राजधानी के लालबाग, हजरतगंज, कैसरबाग ऑटो मार्केट में जहां भी चले जाइये, मनमाफिक व आकर्षक नंबर प्लेट 100 रुपये से 500 रुपये में लगाने का दावा करने वाली दुकानों के होर्डिग खुलेआम दिख जाएंगे। खुलेआम चल रहे इस धंधे पर न तो पुलिस कार्रवाई करती है और न ही ट्रैफिक पुलिस। इसी के चलते नियमों के विपरीत नंबर प्लेट बनाने का यह धंधा खुलेआम धड़ल्ले से संचालित हो रहा है।

Posted By: Inextlive