रांची: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और विनोबा भावे यूनिवर्सिटी प्रो रमेश शरण के बीच चल रहे विवाद में सोमवार को नया मोड़ आ गया। सोमवार को प्रो रमेश शरण रांची पहुंचे, तो एबीवीपी के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। प्रो शरण पर कालिख पोतने की तैयारी थी, लेकिन उन्होंने इकोनोमिक्स डिपार्टमेंट में जाकर खुद को दरवाजा लॉक कर लिया। बाहर काफी देर तक हंगामा चलता रहा। इस बीच एबीवीपी के सदस्यों ने बाहर खड़ी उनकी गाड़ी में लगे नेम प्लेट पर कालिख पोत दी।

काला झंडा भी लगाया

कुलपति प्रो शरण की गाड़ी पर एबीवीपी ने आतंकवादी लिख दिया और काला झंडा भी लगा दिया। प्रो शरण करीब चार घंटे तक विभाग में ही बंद रहे। पुलिस पहुंची तब जाकर उन्हें निकाला गया। इस बीच रांची विवि के कुलपति प्रो रमेश कुमार पांडेय भी इकोनोमिक्स डिपार्टमेंट पहुंचे।

कार्यक्रम में भाग लेने आए थे

वीसी प्रो शरण सोमवार को रांची यूनिवर्सिटी के इकोनोमिक्स डिपार्टमेंट में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने रांची आए थे। एबीवीपी को इसकी जानकारी मिली, तो कार्यकर्ता वहां पहुंचे और कुलपति की गाड़ी पर नक्सली समर्थक, आतंकवादी, गो बेक लिख दिया। नंबर प्लेट पर कालिख पोत दी। दिन के 12 से शाम 4 बजे तक विरोध प्रदर्शन करते हुए सभी धरने पर बैठे रहे। छात्र उग्र हुए तो पुलिस पहुंच गई। इसके बाद पुलिस ने किसी तरह गाड़ी में बैठा तो दिया, लेकिन गाड़ी आगे बढ़ी तो कार्यकर्ता सामने लेटकर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान पुलिस को हल्की लाठी भांजनी पड़ी तब जा कर वीसी कैंपस से बाहर निकल पाए।

सुधर जाने की दी चेतावनी

एबीवीपी के प्रदेश संगठन मंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि विरोध प्रो रमेश शरण के लिए एक चेतावनी है कि वे सुधर जाएं। उन्होंने कहा कि बीते पांच अगस्त को विनोबा भावे विवि में दीक्षांत समारोह में राज्यपाल के सामने काले कपड़े में डिग्री बांटी गई थी। इसलिए एबीवीपी ने ठान लिया है कि कुलाधिपति का अपमान करने वाले कुलपति का काले कपड़े से स्वागत तब तक किया जाएगा जब तक उन्हें बर्खास्त नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को शिक्षा के विकास के लिए कुलपति बनाया जाता है यदि उसकी मानसिकता ही नक्सली समर्थक वाली हो, स्टेन स्वामी से संबंध हो तो ऐसे व्यक्ति को अविलंब त्याग पत्र देना चाहिए।

फर्जी है वीसी की डिग्री

प्रदेश सह मंत्री संजय मेहता ने कहा कि वीसी की पीएचडी की डिग्री फर्जी है। उनकी प्रोन्नति भी नियमों की अनदेखी कर किया गया। मौके पर आशुतोष सिंह, संजय महतो, श्यामानंद पांडेय, मोनू शुक्ल, कृष्णा मिश्रा, स्वर्णिम, अनिकेत समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।

Posted By: Inextlive