-गाजीपुर के लेखराज एरिया में शुक्रवार देररात लावारिस हालत में बरामद हुई सपा का झंडा लगी एक्सयूवी

-डैशबोर्ड में रखी मिली 7.62 बोर की पिस्टल और 20 कारतूस

-नंबर प्लेट निकली डस्टर की, गाड़ी के पिछले शीशे में लिखा था जिला सचिव, समाजवादी पार्टी

LUCKNOW: शुक्रवार रात के 11.30 बज रहे थे। लेखराज मार्केट और खादी ग्रामोद्योग बोर्ड ऑफिस के बीच सूनसान सड़क पर समाजवादी पार्टी का झंडा लगी सफेद रंग की एक्सयूवी 500 उधर से गुजर रहे इक्का-द़ुक्का लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही थी। गश्त पर निकले पुलिसकर्मियों को लावारिस एक्सयूवी खड़ी देख शक हुआ। जब उन्होंने जांच की तो ड्राइवर डोर अनलॉक मिला। इग्निशन लॉक में चाभी लगी हुई थी। तलाशी के दौरान भीतर पिस्टल और कारतूस देख पुलिसकर्मी भी चौंक गए। आसपास के मकानों में पूछताछ की गई लेकिन, वहां एक्सयूवी खड़ी करने वाले का कोई सुराग नहीं मिल सका। आखिरकार पुलिसकर्मियों ने ऑफिसर्स को इसकी इत्तिला की। मौके पर पहुंचे ऑफिसर्स अपनी निगरानी में एक्सयूवी को लेकर गाजीपुर थाने पहुंचे। पर, चौंकने का यह सिलसिला अब भी बाकी था। इस पर लगी नंबर प्लेट फर्जी निकली। पूरी रात और शनिवार दिनभर छानबीन के बावजूद एक्सयूवी के मालिक का पता नहीं चल सका है। हालांकि, जांच में जुटी पुलिस टीम को उम्मीद है कि बरामद एक्सयूवी की गुत्थी सुलझने पर बड़ी वारदात का खुलासा हो सकता है।

डैशबोर्ड में रखी थी पिस्टल

गश्त पर निकले पुलिसकर्मियों ने लेखराज मार्केट और खादी ग्रामोद्योग ऑफिस के बीच रोड किनारे एक्सयूवी-500(यूपी32एफजे/2222) लावारिस हालत में खड़ी देखी। एक्सयूवी में समाजवादी पार्टी का झंडा लगा हुआ था जबकि पिछले शीशे पर 'जिला सचिव, समाजवादी पार्टी' लिखा हुआ था। जांच के दौरान एक्सयूवी का डोर लॉक खुला मिला। पहले पुलिसकर्मियों ने समझा कि एक्सयूवी का ड्राइवर आसपास ही होगा। पर, जब काफी देर तक वहां कोई नहीं आया तो पुलिसकर्मियों ने एक्सयूवी की जांच शुरू की। जब पुलिसकर्मियों ने डैश बोर्ड खोला तो उनके होश उड़ गए। भीतर एक पिस्टल 7.62 बोर व 20 कारतूस रखे हुए थे। उन्होंने फौरन ऑफिसर्स को इसकी इंफॉर्मेशन दी। जानकारी मिलते ही एसओ देवेंद्र दुबे हमराह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। आसपास लोगों से पूछताछ में भी जब एक्सयूवी खड़ी करने वाले का सुराग नहीं मिला तो पुलिसकर्मी उसे लेकर गाजीपुर थाने ले आए।

नंबर प्लेट ने शक को किया पुख्ता

पूरी रात पुलिस ने शहर भर के थानों से पड़ताल की कि कहीं इस नंबर की एक्सयूवी चोरी तो नहीं हुई। हर जगह से नकारात्मक जवाब मिलने पर शनिवार सुबह पुलिस ने एक्सयूवी के नंबर से उसके मालिक का पता करने की कोशिश शुरू की। इसके लिये एक टीम आरटीओ ऑफिस पहुंची, जब पुलिस टीम ने नंबर देकर उसके मालिक के बारे में पड़ताल की तो पता चला कि यह नंबर कैसरबाग के मलकागेती फाटक निवासी सरफराज खान के नाम एलॉट है। साथ ही यह नंबर रिनॉल्ट डस्टर गाड़ी को एलॉट किया गया है न कि, एक्सयूवी को। अब तक किसी अपराधी की एक्सयूवी का अंदाजा लगा रही पुलिस को अब विश्वास हो गया कि जरूर इस गाड़ी का इस्तेमाल किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने में किया गया है।

मडि़यांव हत्याकांड से जुड़ रहे तार

पुलिस सोर्सेज के मुताबिक, एक्सयूवी के इंजन व चेसिस नंबर से जांच कराई गई तो यह गाड़ी मटियारी, चिनहट निवासी एक शख्स की निकली। दिलचस्प बात यह है कि जिस शख्स के नाम यह गाड़ी है, ठीक उसी नाम के शख्स पर मडि़यांव के आईआईएम रोड में बीती रात हुए राजेश श्रीवास्तव हत्याकांड को अंजाम देने का आरोप उसके परिजनों ने लगाया है। पुलिस जांच कर रही है कि कहीं इसी एक्सयूवी का इस्तेमाल राजेश की हत्या में तो नहीं किया गया। इसके साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस गाड़ी का असल नंबर क्या है और फर्जी नंबर प्लेट लगी एक्सयूवी का अब तक कितनी आपराधिक घटनाओं मे ंइस्तेमाल किया गया है। सोर्सेज ने बताया कि एक्सयूवी जिस शख्स के नाम से खरीदी गई है, उसकी तलाश की जा रही है। हालांकि, अब तक वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है।

Posted By: Inextlive