- सड़क पर तेज रफ्तार और अनियंत्रित ट्रक ले रहे हैं लोगों की जान

- नो एंट्री के अलावा एंट्री एरिया में भी नियमों की उड़ रही हैं धज्जियां

केस 1- मेवला फाटक पर 24 अप्रैल को तेज रफ्तार से जा रहे ट्रक ने स्कूटी को टक्कर मार दी थी। स्कूटी सवार 50 वर्षीय महिला की मौके पर ही मौत हो गई। ट्रक का पहिया उनके ऊपर से गुजर गया। जबकि युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। ट्रक चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया था।

- केस 2. 19 अप्रैल को के ब्लॉक निवासी भाजपा नेत्री 48 वर्षीय गीता शर्मा की ट्रक से कुचलने से मौत हो गई थी। वह स्कूटी से जा रही थी तभी पीवीएस मॉल के पीछे ट्रक ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। राहगीरों ने ट्रक ड्राइवर को पकड़ कर धुनाई की और पुलिस के हवाले कर दिया।

- केस 3. सरधना निवासी 48 वर्षीय यश्वीरी देवी की 20 अप्रैल को ट्रक से कुचलने से मौत हो गई। वह मेडिकल कॉलेज से इलाज कराकर आ रही थीं। तेजगढ़ी चौराहे स्थित पेट्रोल पंप के पास वह सड़क क्रॉस कर रही थी तभी तेज रफ्तार ट्रक ने उन्हें कुचल दिया। लोगों ने ट्रक ड्राइवर को पकड़कर पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया।

Meerut: शहर की सड़कों पर ट्रक रूपी यमराज दौड़ रहे हैं। तेज रफ्तार और अनियंत्रित ढंग से सड़कों पर सरपट दौड़ना इनका शगल बन गया है। आएदिन ये ट्रक रूपी यमराज किसी न किसी की जान लील रहे हैं। नियम और कानून की तो इन्हें परवाह ही नहीं। नो एंट्री एरिया हो या फिर एंट्री प्वाइंट, हर मोड़ पर ये नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। जिम्मेदार विभाग की हीलाहवाली से इनके हौंसले इतने बुलंद हो गए हैं कि ट्रक से कुचलने की घटनाओं में लगातार इजाफा होता जा रहा है। पिछले एक हफ्ते में तीन लोगों की ट्रक के टक्कर से मौत हो गई है। जबकि पिछले एक महीने में करीब 5 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जबकि विभाग अपना कर्तव्य पूरा करने का दम भर कर पीठ थपथपाने में लगा है।

नो एंट्री में एंट्री

शहरी क्षेत्र में ट्रकों के लिए नो एंट्री का टाइम सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक है। इसके बाद ट्रक आसानी से आ जा सकते हैं। लेकिन एंट्री टाइम पर भी इन पर कई तरह की पाबंदियां हैं। ना एंट्री टाइम के दौरान जीरोमाइल से शहरी क्षेत्र में प्रेवश करना, जीरोमाइल से बेगमपुल से होते हापुड़ अड्डे की तरफ, एल ब्लॉक से बेगमपुल की तरफ, तेजगढ़ी चौराहे से जीरोमाइल की तरफ, साकेत से शहरी क्षेत्र में प्रवेश और दिल्ली रोड के ट्रांसपोर्ट से शहरी क्षेत्र में प्रवेश पर ट्रक के प्रवेश पर प्रतिबंध है।

विभाग खुद दे रहा है गवाही

नो एंट्री के दौरान ट्रकों की एंट्री की गवाही हम नहीं खुद विभाग दे रहा है। विभाग की माने तो हर महीने करीब आधा दर्जन ऐसे ट्रक पकड़ में आते हैं, जो नो एंट्री टाइम पर नो एंट्री प्वाइंट में प्रवेश कर जाते हैं। कार्रवाई इतनी मामूली है कि ये असानी से छूट जाते हैं। विभाग के अनुसार इनके खिलाफ एक हजार रुपए का चालान काटा जाता है।

मौत को दावत

नो एंट्री प्वाइंट तो छोडि़ए एंट्री प्वाइंट में भी ये ट्रक मौत का खूनी खेल रहे हैं। तेजगढ़ी से जेल चुंगी से होते हुए जीरो माइल से शहर के बाहर जाना विभाग ने अलाउ कर रखा है। इस रास्ते पर भी ट्रक नियमों की धज्जियां उड़ाने से बाज नहीं आ रहे हैं। ट्रक से कुचलने की हाल की घटनाएं इस बात की सशक्त गवाही दे रहे हैं। आरटीओ के नियमों के अनुसार शहरी क्षेत्र में नो एंट्री और एंट्री टाइम के अनुसार ट्रक की स्पीड 30 किलोमीटर निर्धारित है। बावजूद इसके फर्राटा भरते हुए ट्रक लोगों की जान लेने से बाज नहीं आ रहे।

हमारे पास दो इंटरसेप्टर हैं, जिसमें स्पीड चेकअप का भी इक्विपमेंट हैं। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में इनके द्वारा चेकिंग की जाती है और नियमों को तोड़ने वालों से जुर्माना वसूला जाता है। जो कानून तोड़ता है उसके खिलाफ कार्रवाई जरूर की जाती है।

- किरण यादव, एसपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive