कांग्रेस और अन्‍य विपक्षी दलों के बाद अब मोदी सरकार को उनके अपनों ने भी निशाने पर लेना शुरु कर दिया है। लालकृष्‍ण आडवाणी के बाद उनके ही खेमे के नेता यशवंत सिन्‍हा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि‍ सुधार सिर्फ आकंड़ों में दिख रहा है क्‍योंकि आंकड़ों को दिखाने के प्रावधान बदल दिए गए हैं।


यशवंत सिन्हा ने बोला हमलाबीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि जिन आर्थिक सुधारों को लेकर सरकार अपनी पीठ ठोक रही है वे दरअसल आंकड़ों में ही दिखाई पड़ रहे हैं। देश अभी भी ऐसे मुद्दों से जूझ रहा है जो काफी गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि हम मंदी से उबर आए हैं लेकिन जो सुधार आंकड़ों में नजर आ रहा है वो इसलिए है क्योंकि आंकड़ों को तय करने वाले प्रावधानों में बदलाव लाया गया है जो सरकारी दावे को सपोर्ट करते हैं।आर्थिक सलाहकार को भी पता नहीं


सिन्हा ने कहा कि सरकार ने आंकड़ों की गणना करने वाले प्रावधानों को कुछ इस तरह तैयार किया है कि देश के प्रमुख आर्थिक सलाहकार तक को इनकी समझ नहीं है। आप एक साल के आंकड़ें तैयार करके यह नहीं कह सकते कि देश की अर्थव्यवस्था 7.4 परसेंट या 8 परसेंट ओर 20 परसेंट की दर से वृद्धि कर रही है। उन्होंने कहा कि नए साल में सरकार ने आंकड़ों के आकलन को बदल दिया जिससे भारत की आर्थिक वृद्धिदर दुनिया में सबसे ज्यादा हो गई। हमने चीन को भी पछाड़ दिया। आरबीआई और वित्त मंत्रालय में तकरार

देश के पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि देश के विकास के लिए जरूरी है कि वित्तमंत्रालय और आरबीआई के बीच सामंजस्य की भावना हो। दोनों के बीच रिश्ते खराब होने की वजह से देश को नुकसान हो रहा है। अपने समय को याद करते हुए सिन्हा ने कहा कि जब वह वित्तमंत्री थे तो उनके और विमल जालान के बीच रिश्ते बहुत ही मधुर हुआ करते थे। लेकिन अब आप देख ही रहे हैं। मेक इन इंडिया पर कमेंट करते हुए सिन्हा बोले कि पहले देश को बनाया जाए उसके बाद देश में बनाया जाए।

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Posted By: Prabha Punj Mishra