RANCHI : हजारीबाग के बड़कागांव के महुदी में विवादित मार्ग से जुलूस निकालने के प्रयास में मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा व सदर विधायक को हजारीबाग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यशवंत की गिरफ्तार के बाद भड़के आक्रोश को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा। पथराव कर रही भीड़ को तितर बितर करने के लिए पहले पुलिस ने लाठीचार्ज किया फिर अश्रुगैस के गोल भी छोड़े गए। घटना क्रम को लेकर सुबह से तनाव की स्थिति बनी हुई थी। इधर, प्रशासन ने गिरफ्तारी के बाद डेमोटांड स्थिति कृषि अनुसंधान केंद्र को कैंप जेल बनाया है।

धरना पर बैठे यशवंत

बंद रास्ते पर महाबीरी झंडा लहराने व रामनवमी जुलूस निकालने को लेकर सोमवार की देर रात ही पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा व सदर विधायक महुदी पहुंच गए थे। मंगलवार की सुबह नौ बजे जुलूस शुरु हुआ। दो घंटे में जुलूस महज डेढ़ सौ मीटर आगे बढ़ी, और फिर विवादित मार्ग से पहले ही रोक दिया गया। जुलूस रुकते ही हंगामा शुरू हो गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीच सड़क पर धरना पर बैठ गए। ऐसे में दिन के 11 बजे पूर्व केंद्रीय मंत्री को गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही 100 अन्य समर्थकों ने भी गिरफ्तारी दी, जबकि विधायक मनीष जायसवाल की गिरफ्तार सुबह करीब 3.30 बजे हुई।

पथराव, लाठी चार्ज और छोड़े आंसू गैस

जुलूस को रोके जाने के बाद पत्थरबाजी शुरू हो गई.इस क्रम में रैफ के एक कांस्टेबुल रूपेश कुमार घायल हो गए। साथ ही बड़कागांव के सीआई अखिलेश कुमार व एक महिला पुलिस भी हल्के तौर पर घायल हुए। इसके बाद पुलिस द्वारा स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अश्रु गैस के 14 गोले छोड़े गए और ग्रामीणों को खदेड़ा गया।

बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती

जिला प्रशासन की ओर से किसी भी अनहोनी को रोकने लेकर हर संभव सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। विवादित जुलूस मार्ग और महूदी को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। सैट, जैप के साथ जिला बल के जवानों को भी वहां सुरक्षा में लगाया गया था। स्वयं डीआईजी भीमसेन टूटी, एसपी अनूप बिरथरे वहां मौजूद थे।

यशवंत बोले, नहीं लेंगे बेल

पिछले 34 वर्षो से रास्ते के विवाद को लेकर बंद महुदी का रामनवमी जुलूस शुरु कराने को लेकर गिरफ्तार किए गए पूर्व सांसद यशवंत सिन्हा ने कहा कि जिला प्रशासन जुलूस को रास्ते दे या फिर हमें जेल भेज दे, हम जमानत लेने वाले नहीं। पुलिसिया पहरा के बीच वे जिला प्रशासन पर भेदभाव व कार्यकर्ताओं से भरी बस को रास्ते से गायब कर देने का आरोप लगाते हुए श्री यशवंत ने कहा कि प्रशासन धोखाधड़ी कर रही है। इसकच् अंजाम अच्छा नहीं होगा।

डीसी ने कहा, अंतिम विकल्प के रूप हुई गिरफ्तारी

डीसी रविशंकर शुक्ला और एसपी अनुप बिरथरे ने कहा कि बड़कागांव प्रखंड अंतर्गत महुदी में विवादित मार्ग से जबरन जुलूस निकालने की घटना के बाद प्रशासन ने धैर्य का परिचय दिया है। प्रशासन द्वारा अंतिम विकल्प के रूप में विवादित मार्ग से जुलूस को रोका गया। इस क्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और सदर विधायक समेत करीब दो सौ लोगों को हिरासत में लिया गया। बांड भरने के बाद सभी को छोड़ दिया जाएगा।

गिरफ्तार होनेवाले प्रमुख नेता

पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, सदर विधायक मनीष जायसवाल, पूर्व विधायक लोकनाथ महतो, जिलाध्यक्ष टुन्नू गोप, महेश सिंह, जिला उपाध्यक्ष अनिल मिश्रा, अमरदीप यादव, अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला महामंत्री बाबू खान समेत ढाई दर्जन समर्थक गिरफ्तार कर रखे गए है। इन सभी को डेमोटाड़ स्थित कृषि फार्म में कैंप जेल में रखा गया है। यह बड़कागांव के महुदी से 40 किलोमीटर दूर है।

1942 से चला आ रहा है विवाद

बड़कागांव के महुदी में 1942 से रामनवमी जुलूस के मार्ग को लेकर विवाद चल आ रहा है। इस क्रम में 1984, 1993, 2003 और 2007 में भी जुलूस का प्रयास हुआ मगर कई घटनाओं सहित विवाद बरकरार रहा। इस बीच इस वर्ष केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा और पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा द्वारा जुलूस निकालने की बात कही गई। इसको लेकर जिला प्रशासन द्वारा निरंतर कई बैठकें की गई। अंतिम प्रयास पहली अप्रैल को हुआ मगर आम सहमित नहीं बन पाई। आखिरकार प्रशासन ने यथास्थिति बरकरार रखने का फैसला लिया। लेकिन, पूर्व केंद्रीय मंत्री जबरन इस मार्ग से जुलूस निकालने की मांग पर अडिग रहे.जुलूस प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंचा तो उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। ऐसे में माहौल को सामान्य बनाने में प्रशासन जुटा हुआ है।

Posted By: Inextlive