देश के सबसे बड़े बैंक के संकटग्रस्त बैंक में हिस्सेदारी खरीदने और सुधारों की घोषणा के बाद यस बैंक के शेयर लगातार चढ़ रहे हैं। मूडी ने भी बैंक की रेटिंग बढ़ा दी है। इसके चलते भी इसके शेयरों में उछाल नजर आ रहा है।

नई दिल्ली (पीटीआई)यस बैंक के शेयर बुधवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में बढ़त बनाए हुए हैं। 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने संबंधी एसबीआई चेयरमैन के बयान के बाद यस बैंक के शेयरों में 50 प्रतिशत तक का उछाल देखने को मिला। बीएसई में इसके शेयर 49.95 प्रतिशत उछल कर 87.95 रुपये पहुंच गए। एनएसई में इसके शेयर 48.84 प्रतिशत चढ़ कर 87.30 रुपये हो गए। पिछले चार दिनों में इसके शेयर 251 प्रतिशत तक चढ़ गए हैं। बैंक के शेयर लगातार बढ़त बनाए हुए हैं।

मूड़ी ने भी बढ़ाई बैंक की रेटिंग

मूडी द्वारा बैंक की रेटिंग बढ़ा दिए जाने के बाद यस बैंक के शेयर सोमवार को 59 प्रतिशत तक चढ़ गए थे। बैंक में सुधारों की घोषणा के बाद इसके शेयर में तेजी से उछाल दर्ज किया गया। भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि देश के सबसे बड़े बैंक ने यस बैंक में 43 प्रतिशत के करीब हिस्सेदारी पहुंच गई है। वह अगले तीन साल के लाॅकइन पीरियड तक एक भी शेयर नहीं बेचेगा। 49 प्रतिशत तक होल्डिंग बढ़ाने के लिए वे बैंक के बोर्ड से बात करेंगे।

एसबीआई ने किया 6,050 करोड़ रुपये निवेश

आरबीआई और सरकार द्वारा देश के चौथे बड़े बैंक का बचाने की कवायद में एसबीआई को यस बैंक के 49 प्रतिशत शेयर खरीद कर 7,250 करोड़ रुपये निवेश करने को कहा गया था। लेकिन अन्य बैंकों के बोर्ड में आ जाने के बाद एसबीआई सिर्फ 43 प्रतिशत के करीब यानी 60.50 करोड़ शेयर खरीद कर 6,050 करोड़ रुपये ही निवेश कर पाया है। चेयरमैन ने कहा कि निवेशकों का हित पहले सुरक्षित करना जरूरी था। इतने निवेश से यह हो गया है। इसके बावजूद एसबीआई बोर्ड से अपनी हिस्सेदारी बढ़कर अधिकतम 49 प्रतिशत बढ़ाने की अनुमति लेगा।

शाम 6 बजे से सामान्य हो जाएगा लेनदेन

यस बैंक में बुधवार की शाम 6 बजे के बाद से लेनदेन पर लगाए गए प्रतिबंध हटा लिए जाएंगे। सरकार ने इस बारे में शुक्रवार को नोटिफिकेशन जारी कर दिए थे। यस बैंक के डिजिगनेट सीईओ प्रशांत कुमार ने मंगलवार को कहा था कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। लिक्विडिटी के लिहाज से बैंक का सामान्य कामकाज बुधवार की शाम 6 बजे से पहले की तरह बहाल हो जाएगा।

Posted By: Satyendra Kumar Singh