हाल ही में एक समचार पत्र को ईमेल के जरिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने ये कंफर्म किया है कि वो लगभग 22 साल तक पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी के वकील रह चुके हैं।

जाहिर है स्वराज कौशल के ये मानने से कि वो 22 साल तक ललित ममोदी के वकील थे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। कौशल ने अपने ईमेल में ये भी स्पष्टक किया है कि वे एक रात के लिए ललित के निमंत्रण पर उन्हें कानूनी सलाह देने मुंबई गए थे। यहां वे उसी फोर सीजंस होटल में ललित के खर्च पर रुके थे जिसके बिल को लेकर ललित पर मनी लांड्रिंग के मामले की शुरूआत हुई थी।
ललित मोदी पर आरोप था कि उन्होने अपने कार्यकाल में बीसीसीआई का दफ्तर मुबई में होने के बावजूद इस होटल को अपने कार्यालय में बदल लिया था और यहीं से वे तथा कथित गैर कानूनी काम भी करते थे। बाद में करीब डेढ़ करोड़ का होटल बिल बीसीसीआई को भुगतान के लिए भेज दिया गया और बोर्ड ने इसके भुगतान से इंकार कर दिया था।
मोदी ने तोड़ी चुप्पी   
इस बीच ट्रैवल वीजा मामले को लेकर एक और विवाद में घिरे आइपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने पहली बार इस प्रकरण पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। सोमवार को उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर कई ट्वीट लिखकर इसे राजनीतिक मुद्दा बना रही कांग्रेस पर जवाबी हमला किया। मोदी ने कहा कि युद्ध में कोई विजेता नहीं होता है। यह बात मैं जानता हूं। लेकिन मैं आपसे वादा करता हूं कि मैं टिका रहूंगा। खेल तो अब शुरू हुआ है। एक और ट्वीट में उन्होंने कहा कि युद्ध जीतने के लिए मैं लड़ाई हारना पसंद करूंगा।

The battle has begun. Watch the fun now https://t.co/QdDCV6Qwh4

— Lalit Kumar Modi (@LalitKModi) June 15, 2015Today was just a teaser. Tomorrow night going live and exclusive myself with @sardesairajdeep in person from #montenegro - see u tom here 🙏

— Lalit Kumar Modi (@LalitKModi) June 15, 2015


मोदी ने ये भी कहा आइपीएल का हिस्सा रही कोच्चि टीम में शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की स्वेट इक्विटी का खुलासा करने के कारण कांग्रेस उन्हें निशाना बना रही है। उल्लेखनीय है कि इसी खुलासे के बाद थरूर को केंद्रीय मंत्री पद से त्यागपत्र देना पड़ा था। इसके कुछ घंटे बाद मोदी ने ट्विटर पर आज की प्रेसवार्ता को महज एक झलक करार दिया। उन्होंने खुद के मोंटीनीग्रो पहुंच जाने की जानकारी देते हुए मंगलवार को एक चैनल पर बड़े खुलासे करने का संकेत दिया।
भगोड़े नहीं मोदी
उधर, मुंबई में मोदी के वकील महमूद आब्दी ने भी कांग्रेस के आरोपों का जवाब दिया। देर शाम आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि ए. राजा से लेकर जमाई राजा तक का रिकॉर्ड रखनेवालों को इस मामले में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। आब्दी के अनुसार ललित मोदी भगोड़े नहीं हैं। आब्दी ने कहा कि दाऊद गिरोह से खतरा होने के बावजूद 15 जून, 2010 को उनकी विशेष सुरक्षा हटा ली गई थी। इस कारण उन्हें लंदन में रहना पड़ रहा है। वह लंदन में वहां की अदालत की अनुमति से रह रहे हैं। अब तक किसी अदालत ने उन्हें दोषी करार नहीं दिया है। इसलिए भगोड़ा शब्द का उपयोग उनके लिए नहीं किया जा सकता। आब्दी के अनुसार, ललित मोदी के विरुद्ध इंटरपोल ने कोई ब्लू कॉर्नर नोटिस नहीं जारी किया है। सबको पता है कि वह लंदन में रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब से मोदी लंदन आए हैं, वह ईडी और मुंबई पुलिस के संपर्क में हैं।
जुर्माना लगाएगा ईडी
इधर प्रवर्तन निदेशालय ललित मोदी और अन्य के खिलाफ फेमा उल्लंघन के 16 मामलों में जुर्माना लगाने की तैयारी कर रहा है। ईडी के सूत्रों के अनुसार, टी-20 के विभिन्न संस्करणों में आर्थिक अनियमितता के चलते 1,700 करोड़ का जुर्माना लगाया जा सकता है। निदेशालय मोदी के खिलाफ मनी लांड्रिंग के तीसरे मामले की जांच कर रहा है। इसकी नजर 2009 में क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा मीडिया अधिकार देने में धन की हेराफेरी पर भी है।

 

 

Hindi News from India News Desk

Posted By: Molly Seth