हांसूपुर में एक जैसी नाली और सड़क, सुअर से लगता है डर..
वार्ड नंबर 59 हांसूपुर
(पहले वार्ड नंबर 45 था.) GORAKHPUR: नगर निगम का वार्ड नंबर 59, हांसूपुर में एंट्री लेने के बाद एक बार सोचना पड़ता है कि कहीं भूलवश शहर के बाहरी हिस्से में तो नहीं चले गए? यहां शीतला माता मंदिर के पास से गली में अंदर जाने पर रोड और नाली एक लेबल में है। नाली रोड पर ही बह रही है। इस से तस्वीर वार्ड के विकास और सफाई दोनों की पोल खुल गई। बाकी मोहल्लों में तो बड़े पशुओं से आतंक दिखा लेकिन यहां सुअरों का आतंक इस कदर है कि अभी तक कई लोग घायल हो चुके हैं। ---------- जल जमावनालियों में पानी से ज्यादा कूड़ा भरा पड़ा है। हांसूपुर मलिन बस्ती में नालियों और सड़क में कोई अंतर ही नजर नहीं आता। नाली से आ रही बदबू से ही पता चल जाता है कि यहां सफाई अर्से से नहीं हुई है। लोगों ने बताया कि थोड़ी सी बारिश में ही नारकीय हालत हो जाती है। स्थिति यह है कि यहां लोगों को संक्रमण का खतरा भी सताने लगा है।
पाइप लाइनवार्ड की अधिकांश घरों में गंदे पानी की सप्लाई होती है। रामलीला मैदान के आस-पास के एरिया में तो पिछले तीन साल से जुलाई और अगस्त माह में पानी सप्लाई ही बंद हो जाता है। इसके अलावा शहर के अधिकतर एरिया में पूरे साल गंदे पानी की सप्लाई होती है। लोग जलकल के अधिकारियों से कंप्लेन तो करते हैं और आश्वासन भी मिलता है, लेकिन कभी पानी साफ नहीं होता है। यही नहीं वार्ड में लगे इंडियामार्का हैंडपंप भी खराब पड़े हुए हैं। हैंडपंप खराब होने के कारण लोग पानी के लिए तरस रहे हैं।
बिजली वार्ड की स्ट्रीट लाइट की बहुत ही बेकार स्थिति है। वार्ड के आधे हिस्से में भी नगर निगम का स्ट्रीट लाइट उजाला करते हुए मिल जाएगा तो कई गलियां ऐसी हैं, जहां रात में भी अंधेरा छाया रहता है। सबसे अधिक परेशानी राहगीरों को होती है। पुराने समय में लगाई गई सोडियम लाइटें खराब हो चुकी हैं और नई लाइट दिन में ही जलते रहते हैं। देखा जाए तो वार्ड की इंटरनल इलाकों में स्ट्रीट लाइट की सख्त आवश्यकता है। जिसकी लंबे समय से मांग चल रही है, लेकिन नगर निगम के अधिकारी इस एरिया का कभी रात को निरीक्षण करते ही नहीं हैं कि उनको आवश्यकता लगे। सड़कवार्ड की मुख्य सड़कें तो ठीक हैं, लेकिन गलियों की स्थिति बहुत ही खराब हो गई है। रामलीला मैदान के सामने सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है, मलिन बस्ती की हालत भी बहुत खराब हो गई है। इस एरिया की अधिकांश गलियां इंटरलाकिंग है, लेकिन यह इंटरलाकिंग उखड़ गई है। उबड़-खाबड़ रास्ते पर चल रहे लोग हैं। गलियों की उखड़ी इंटरलाकिंग लोगों को घायल कर रहे हैं। लोग अधिकारियों से कंप्लेन किया जा रहा था तो केवल आश्वासन मिल रहा है।
आवारा जानवर शहर के अन्य एरिया में सांड़ों का आतंक है तो हांसूपुर में सुअरों का आतंक छाया हुआ है। दिनभर सुअर घूमते रहते हैं और अगर गेट खुला रहता है तो अंदर घुसकर गंदा कर देते हैं। यही नहीं, कई बार तो लोगों को यह सुअर हमला करके घायल भी कर देते हैं। चार दिन पहले हांसूपुर पोस्ट ऑफिस के पीछे रहने वाले हनुमान प्रसाद सैनी के घर में घुसकर हमला कर दिया है। 70 वर्ष की उम्र पार कर चुके हनुमान प्रसाद सैनी चार दिन से बेड पर ही पड़े हुए हैं। उनको नित्य क्रिया के लिए दो लोग उठा रहे हैं। पब्लिक डिमांड - जाम से मुक्त हो एरिया - आवारा जानवर को हटाने के लिए मोहल्लों में अभियान चले - वार्ड में सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए- वार्ड में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन योजना की वार्ड स्तर पर मॉनिटरिंग की जाए
- हॉस्पिटलों और बड़े दुकानदारों को सफाई के लिए विशेष रूप से निर्देश दिया जाए - वार्ड के नाले और नालियों की सफाई के लिए अभियान चलाया जाए ----------- फैक्ट फाइल वार्ड का नाम- हांसूपुर वार्ड नंबर 59 पार्षद - आरती श्रीवास्तव एजुकेशन- ग्रेजुएशन कितनी बार से- पहली बार जनसंख्या- 12785 मतदाता - 7520 ---------- मोहल्ला- हांसूपुर, तुर्कमानपुर आंशिक, सोहन-मोहन गली, हांसूपुर पोस्ट ऑफिस के पीछे, हांसूपुर मलिन बस्ती और रामलीला मैदान मलिन बस्ती ----------- कॉलिंग अभी हाल ही में एक सर्वेक्षण रिपोर्ट आई है, जिसमें गोरखपुर पिछड़ा हुआ दिखाया गया है। वार्ड में कोई सिस्टम लागू है कि नहीं पता ही नहीं चलता है। गायत्री देवी, हाउस वाइफ बिजली की समस्या इस वार्ड में बहुत खराब हो गई है। आलम यह है कि गर्मी में बिजली विभाग बिजली देता ही नहीं है और अगर दे देता है तो नगर निगम उस बिजली को बर्बाद कर देता है। राजकुमार, सर्विसमैनवार्ड में सांड़ों और सुअरों का बहुत ही आतंक है। दिन में रास्ते पर चलना मुश्किल हो जाता है। घर का दरवाजा अगर खुला रहा तो सुअर अंदर आ जाते हैं।
प्रभावती देवी, हाउस वाइफ वार्ड की हालत बहुत ही खराब है। स्थिति यह है कि वार्ड में सफाई, सड़क हो या अन्य सुविधाओं की हालत पूरी तरह से चौपट हो गई है। पब्लिक परेशान होकर इधर-उधर घूमती है, लेकिन उनकी समस्या दूर होती ही नहीं है। अनुराग मझवार, दुकानदार ---------------- पार्षद जी जवाब दो रिपोर्टर: आप अपने तीन बार के कार्यकाल से कितना संतुष्ट हैं? पार्षद: मेरे वार्ड में गंदगी की बहुत अधिक प्रॉब्लम नहीं है। मैं वार्ड में हर जगह होर्डिग लगाने का कार्य की हूं, जिस पर लोगों को कूड़ा निस्तारण के लिए गाइड लाइन है। मैं अपने वार्ड की सफाई कर्मियों को हर साल सम्मानित भी करती हूं। रिपोर्टर: वार्ड के विकास के लिए क्या योजना है? पार्षद: वार्ड की सड़कों को अतिक्रमण मुक्त कराना, शुद्ध पानी सप्लाई और मुक्त सड़कों को अवारा जानवर मुक्त बनाने का कार्य हमारी प्राथमिकता में है। रिपोर्टर: वार्ड में आवारा जानवरों का बहुत आतंक है? पार्षद: वार्ड में आवारा जानवरों का आतंक है, नगर निगम के अधिकारियों को दर्जनों बार कंप्लेन किया गया है, लेकिन नगर आयुक्त की लापरवाही के कारण यहां कभी अभियान नहीं चलता है।