आम आदमी पार्टी द्वारा विरोधी खेमे के चार नेताओं को नोटिस भेजे जाने की खबरें मीडिया पर प्रसारित हो रही हैं. इन खबरों पर योगेंद्र यादव ने कहा कि यह एक मजाक से ज्‍यादा कुछ नहीं है.


केजरी के नोटिस को कहा चुटकुलाआम आदमी पार्टी द्वारा भेजे गए नोटिस पर योगेंद्र यादव ने निशाना साधा है. इस नोटिस के जवाब में उन्होंने अपनी फेसबुक पर 'जोक' लिखकर पोस्ट किया है. उनका कहना है कि यह नोटिस उन नेताओं ने भेजा है जो अनुशासन समिति के सदस्य ही नहीं है.योगेंद्र यादव ने इस पोस्ट के द्वारा जानकारी देते हुए कहा कि यह प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत के खिलाफ है. उन्होंने लिखा कि 'मैंने टीवी चैनलों पर देखा कि हमें नोटिस भेजा गया है. जो उन सदस्यों ने भेजा है जो अनुशासन समिति के सदस्य ही नहीं हैं. समिति के अध्यक्ष को जानकारी नहीं
योगेंद्र यादव ने इस नोटिस के विरोध करते हुए यहीं तक नहीं रुके. वे आगे जाकर कहते हैं कि उन्होंने आम आदमी पार्टी की अनुशासन समिति के अध्यक्ष दिनेश वाघेला से बात की. वाघेला के साथ हुई अपनी बातचीत को साझा करते हुए योगेंद्र यादव कहते हैं कि वाघेला को इस बारे में कोई जानकारी ही नहीं है और वह इस समय शहर से बाहर हैं. गौरतलब है कि विरोधी खेमे के प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने 'संवाद समिति' की बैठक की थी जिसके चलते उन्हें यह नोटिस भेजा गया था.

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Posted By: Prabha Punj Mishra