- पुलिस ने कुछ कदम की दूरी पर भागते बदमाश को दबोचा

- जिला कारागार से पेशी पर लाया गया था भदौड़ा गैंग का बदमाश

- बदमाश ने कहा कि पुलिस ने रची थी उसके एनकाउंटर की साजिश

Meerut : कचहरी में उधम सिंह गैंग के शूटर नितिन की हत्या के बाद योगेश भदौड़ा गैंग दूसरे वार की तैयारी में लगा है। शनिवार को पेशी पर आए भदौड़ा गैंग के एक सदस्य ने स्पेशल सीजेएम कोर्ट के बाहर से फरार होने की कोशिश की, लेकिन तुरंत उसे दबोच लिया गया। बाद में सिविल लाइन पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को थाने ले आई। आरोपी के खिलाफ सिविल लाइन थाने में पुलिस कस्टडी से भागने का एक मुकदमा और कायम किया गया है।

क्या है मामला

शनिवार को कचहरी में उधम सिंह के शूटर और ट्रिपल हत्याकांड के गवाह नितिन पर गोलियां बरसाई गईं। आनन-फानन में उसे निजी हॉस्पिटल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई। ख्ब् घंटे बीत जाने के बावजूद पुलिस इस मामले से पर्दा उठाने में नाकाम साबित हुई। अब एक और मामला पुलिस के लिए चुनौती बनकर सामने आया। शनिवार सुबह हत्या के प्रयास के मामले में जिला कारागार से योगेश भदौड़ा गैंग के राजीव पुत्र गिरवा, निवासी मुसल गांव थाना दोघट, जिला बागपत को स्पेशल सीजेएम के यहां पेशी के लिए लेकर आई। इस दौरान आरोपी ने पुलिस कर्मी जयपाल राकेश और विकास ने राजीव की हथकड़ी पकड़ रखी थी। राजीव ने ब्लेड से रस्सी काटकर फरार होने का प्रयास किया। कुछ कदम की दूरी पर लोगों की सहायता से पुलिस कर्मियों ने उसे दबोच लिया और जमकर धुनाई की। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को सदर हवालात में बंद कर दिया। सूचना पर सिविल लाइन इंस्पेक्टर आलोक सिंह मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी की।

पुलिस पर लगाया आरोप

राजीव ने सदर हवालात में हंगामा खड़ा कर दिया और पुलिस पर एनकाउंटर की साजिश करने का आरोप लगाया। राजीव का कहना था कि उसने फरार होने का प्रयास नहीं किया। पुलिस उसके ऊपर झूठा आरोप लगा रही है। पुलिस ने ही उसके एनकाउंटर की साजिश रची थी।

इनसेट

भदौड़ा गैंग का हूं, हल्के में न लो

कचहरी परिसर में राजीव खुलेआम कह रहा था कि मैं भदौड़ा गैंग का सदस्य हूं, हल्के में मत लेना, दो मिनट में खून से धरती लाल हो जाती है। मैं चोरों की तरह भागने वाला नहीं हूं, मेरे पास देखो ये रही दस हजार रुपये की गड्डी, यदि इन्हें पुलिस को दूं तो वे सड़क पर फरार होने का पूरा मौका देंगे। है किसी की हिम्मत जेल में गड्डी रखे, मैं पैसे रखता हूं कोई मुझे नहीं रोक सकता। यह खाकी वर्दी जब चाहे तब खरीद लूंगा।

कहां से आया ब्लेड

कचहरी परिसर में सरेराह राजीव ने फरार होने की कोशिश की। हथकड़ी की रस्सी भी काट दी। सवाल है कि आरोपी के पास ब्लेड कहां से आया? इस पर सिविल लाइन पुलिस का कहना है यह जांच का विषय है। इसकी तहकीकात की जाएगी। ब्लेड से रस्सी काटना भी आसान नहीं है। इसमें वक्त लगता है। साफ जाहिर है कि इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी कम नहीं है।

आरोपी ने स्पेशल सीजेएम कोर्ट के बाहर से भागने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस कर्मियों ने राजीव को पकड़ लिया। राजीव के खिलाफ पुलिस कस्टडी से भागने के प्रयास का मुकदमा कायम किया गया है।

- आलोक सिंह

इंस्पेक्टर, सिविल लाइन

Posted By: Inextlive