उत्तर प्रदेश में अब बिजली के चीनी स्मार्ट मीटर नहीं लगाए जाएंगे। सरकार द्वारा चीनी मीटरों और उपकरणों के ऑर्डर और पिछले एक साल में दी गई चीनी वस्तुओं के अनुबंधों के बारे में भी विवरण मांगा गया है।


लखनऊ (आईएएनएस)। भारत और चीन विवाद के बाद जनता की मांगों का ध्यान रखते हुए उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने राज्य के बिजली विभाग द्वारा चीन निर्मित नए बिजली मीटर लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस संबंध में बिजली विभाग के एक प्रवक्ता के अनुसार, राज्य भर में चीनी मीटर की स्थापना पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। चीनी मीटरों और उपकरणों के ऑर्डर और पिछले एक साल में दी गई चीनी वस्तुओं के अनुबंधों के बारे में भी विवरण मांगा गया है। चीनी उपकरणों की गुणवत्ता अच्छी नहीं है


वहीं इस डिसीजन का ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे ने स्वागत किया है। बिजली संयंत्रों में, बॉयलर, ट्यूब और अन्य उपकरण चीन से लाए जाते हैं क्योंकि वे सस्ते होते हैं, लेकिन तथ्य यह है कि चीनी उपकरणों की गुणवत्ता अच्छी नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके संघ ने मांग की है कि बिजली संयंत्रों में इस्तेमाल होने वाले उपकरण सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) से खरीदे जाएं। इससे आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्य को हासिल करने में भी मदद मिलेगी। चीनी मीटर से बिल काफी ज्यादा आ रहा है

एक स्थानीय व्यक्ति पीके घोष ने कहा कि उपभोक्ताओं को चीनी मीटर के काम करने और यहां तक ​​कि उनके प्रतिस्थापन की मांग के बारे में शिकायत करने के बाद से काफी समय हो गया है। मेरे बेटा जाॅब की वजह से मुंबई में है। यहां मैं और मेरी पत्नी परिवार में केवल दो सदस्य रह गए हैं। बिजली की खपत कम हो गई है लेकिन बिल इस चीनी मीटर के साथ जा रहे हैं जो काफी ज्यादा आ रहा है।

Posted By: Shweta Mishra