योगी आदित्यनाथ की नई दिल्ली यात्रा ने यूपी कैबिनेट और विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के ढांचे में संभावित बदलावों के बारे में अटकलों को हवा दी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कल गुरुवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अपना दल प्रमुख के साथ यूपी की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की थी।


नई दिल्ली (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिल्ली जाने के बाद यूपी में सियासी सरगर्मी और तेज हो गई है। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने की उम्मीद है। वहीं कल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर राज्य की राजनीतिक स्थिति और कोविड प्रबंधन पर चर्चा की। पूर्व केंद्रीय मंत्री और अपना दल प्रमुख अनुप्रिया पटेल भी विचार-विमर्श में शामिल हुईं। शाह के साथ आदित्यनाथ की मुलाकात करीब 90 मिनट तक चली। सूत्रों की मानें तो उनकी चर्चा अगले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों और राज्य में संभावित कैबिनेट विस्तार या फेरबदल के इर्द-गिर्द घूमती रही।जीत की रणनीति पर भी चर्चा की गई


सूत्रों ने कहा कि हाल के पंचायत चुनावों में भाजपा के प्रदर्शन पर भी चर्चा की गई और चुनाव से पहले अपने सदस्यों को 'जिला पंचायत अध्यक्ष' के रूप में चुनने पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया गया। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष के अधिक से अधिक पदों पर जीत की रणनीति पर भी चर्चा की गई क्योंकि इसका नेतृत्व करने वाला भाजपा सदस्य विधानसभा चुनाव से पहले कड़ा संदेश देगा। अपना दल प्रमुख अनुप्रिया पटेल , जो पहली नरेंद्र मोदी सरकार में राज्य मंत्री थीं, लेकिन अपने दूसरे कार्यकाल में ग्रेड बनाने में विफल रहीं। ऐसे में वह अनुप्रिया मोदी कैबिनेट में अपने लिए मंत्री पद और राज्य में अपने पति आशीष पटेल के लिए एक मंत्री पद की मांग कर रही हैं।अनुप्रिया पटेल भी कर रही ये मांगइसके साथ ही वह पांच जिलों - मिर्जापुर, जौनपुर, प्रतापगढ़, बांदा और फर्रुखाबाद के जिला पंचायत अध्यक्ष के पदों की भी मांग कर रही हैं। आदित्यनाथ के जाने के बाद शाह ने अनुप्रिया पटेल के साथ एक अलग बैठक भी की। आदित्यनाथ गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे। सूत्रों ने कहा कि विधानसभा चुनाव की तैयारी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ आदित्यनाथ की बैठक का मुख्य एजेंडा होगा। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महामारी की दूसरी लहर के दौरान कोविड की स्थिति से निपटने पर भी बैठकों के दौरान चर्चा होने की संभावना है। जहां राज्य के प्रयासों की विपक्ष ने आलोचना की, वहीं भाजपा नेतृत्व ने यूपी सरकार द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की।फेरबदल पर भी चर्चा होने की संभावना

आदित्यनाथ की नई दिल्ली यात्रा ने उत्तर प्रदेश कैबिनेट और विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के ढांचे में संभावित बदलावों के बारे में अटकलों को हवा दी है। बैठक में संभावित कैबिनेट विस्तार या फेरबदल पर भी चर्चा होने की संभावना है। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करने के लिए राज्य भाजपा इकाई में बदलाव भी एजेंडे का हिस्सा है। पिछले एक पखवाड़े से बदलाव की चर्चा तब से हो रही है जब भाजपा महासचिव, संगठन, बीएल संतोष और प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह ने विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारियों का जायजा लेने लखनऊ का दौरा किया पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद की भूमिका पर बैठक में चर्चा होगी।

Posted By: Shweta Mishra