फैक्ट मीटर

23 मंत्रियों ने ली पद और गोपनीयता की शपथ

18 नये चेहरे मंत्रिमंडल में किए गये शामिल

25 हुई योगी सरकार में कैबिनेट मंत्रियों की संख्या

09 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) योगी मंत्रिमंडल में

22 हुई राज्य मंत्रियों की संख्या, पहले 13 मंत्री थे

56 हुई मंत्रियों की संख्या, पहली बार 47 बने थे

क्रॉसर

- 6 कैबिनेट, 6 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), 11 राज्य मंत्री बने

- दो महिला मंत्रियों के इस्तीफे के बाद दो महिलाओं को जगह

- योगी मंत्रिमंडल में हर वर्ग और समुदाय का रखा गया ध्यान

LUCKNOW: योगी मंत्रिमंडल का बुधवार को विस्तार हो गया जिसमें 23 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। इनमें पहली बार मंत्री बनने वाले 18 नये चेहरे शामिल हैं। राजभवन में बुधवार सुबह 11 बजे आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल आंनदी बेन पटेल ने 6 कैबिनेट मंत्री, 6 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 11 राज्यमंत्रियों को शपथ दिलाई। खास बात यह है कि मंत्रिमंडल में शामिल हुए ज्यादातर नये चेहरे बेहद सामान्य हैं। यूं कहे कि पार्टी ने बड़े चेहरों की जगह जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखकर तमाम विधायकों को मंत्री बनाया है। कैबिनेट में दो नये चेहरों राम नरेश चौधरी और कमला रानी वरुण को शामिल किया गया है तो चार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ। महेंद्र सिंह, सुरेश राणा, भूपेंद्र सिंह चौधरी व अनिल राजभर को प्रमोशन देकर कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। एक राज्य मंत्री डॉ। नीलकंठ तिवारी को प्रमोशन देकर राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। इसके साथ ही योगी मंत्रिमंडल में 25 कैबिनेट मंत्री, नौ राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 22 राज्य मंत्री हो गये हैं। पूरे मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या 56 हो गयी है।

नौ राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार हुए

इसी तरह छह राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाए गये हैं जिनमें डॉ। नीलकंठ तिवारी, कपिल देव अग्रवाल, सतीश द्विवेदी, अशोक कटारिया, श्रीराम चौहान और रवींद्र जायसवाल शामिल हैं। हालिया फेरबदल में नौ राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की संख्या को बरकरार रखा गया है। वहीं 11 नये चेहरों को राज्य मंत्री बनाया गया है। खास बात यह है कि इनमे से कोई भी पहले किसी सरकार में मंत्री नहीं रहा है। इससे पहले मंत्रिमंडल में 13 राज्यमंत्री थे जिनमें से खनन राज्य मंत्री अर्चना पांडेय का इस्तीफा ले लिया गया था जबकि डॉ। नीलकंठ तिवारी का प्रमोशन कर दिया गया है। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद राज्य मंत्रियों की कुल संख्या 22 हो गयी है। दो महिला मंत्रियों के इस्तीफे के बाद मंत्रिमंडल विस्तार में दो महिलाओं को जगह दी गयी है। इनमें कैबिनेट मंत्री कमला रानी वरुण और राज्य मंत्री नीलिमा कटियार शामिल हैं।

जातिगत समीकरणों का भी ध्यान

मंत्रिमंडल विस्तार में जातिगत समीकरणों का ध्यान भी रखा गया है। सबसे ज्यादा नौ मंत्री ओबीसी वर्ग से बनाए गये है। इसके अलावा छह ब्राहृमण, चार दलित, दो वैश्य और दो ठाकुर जाति के नेताओं को मंत्री बनाया गया है। दलित मंत्री बनने वालों में संतकबीरनगर के धनघटा से विधायक श्रीराम चौहान तीन बार बस्ती से सांसद व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई की सरकार में केंद्रीय राज्यमंत्री रहे चुके हैं।

नीलिमा और अजीत पाल को जगह

मंत्रिमंडल में कानपुर शहर की कल्याणपुर सीट से विधायक नीलिमा कटियार को जगह दी गयी है। वे पूर्व मंत्री एवं भाजपा की वरिष्ठ नेता प्रेमलता कटियार की पुत्री हैं। इसी तरह मंत्रिमंडल में शामिल किए गये कानपुर देहात की सिकंदरा सीट से विधायक अजीत कुमार पाल भी पूर्व भाजपा विधायक मथुरा पाल के पुत्र हैं। मथुरा पाल का निधन विगत 22 जुलाई 2017 को हो गया था जिसके बाद पार्टी ने उनके पुत्र अजीत कुमार पाल को टिकट देकर उपचुनाव लड़वाया था जिसमें उन्होंने जीत हासिल कर ली थी।

छुए पैर, लगे नारे

शपथ ग्रहण समारोह के दौरान जब मंत्रियों को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुके देकर शुभकामनाएं दी तो तमाम मंत्रियों ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री के पैर छूकर अभिवादन किया। वाराणसी से विधायक रवींद्र जायसवाल के आते ही उनके समर्थकों ने 'हर हर महादेव' का नारा लगाया। इसी तरह राज्यपाल और मुख्यमंत्री का आशीर्वाद लेने के बाद मंत्रियों ने देवी-देवताओं के नाम का जयकारा लगाया।

इनका हुआ था इस्तीफा

बताते चलें कि मंत्रिमंडल विस्तार से पूर्व चार मंत्रियों से इस्तीफा लिया गया था। वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल, सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह, बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल और खनन राज्य मंत्री अर्चना पांडे ने मंगलवार को तो परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बनने पर चार दिन पहले इस्तीफा दे दिया था। इससे पूर्व लोकसभा चुनाव के दौरान कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने मंत्री पद छोड़ते हुए भाजपा से किनारा कर लिया था। वहीं लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने तीन मंत्रियों सत्यदेव पचौरी, रीता बहुगुणा जोशी और एसपी सिंह बघेल ने भी योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था।

कैबिनेट मंत्री

डॉ। महेंद्र सिंह- एमएलसी

सुरेश राणा- थाना भवन, शामली

भूपेंद्र सिंह चौधरी- एमएलसी

अनिल राजभर- शिवपुर, वाराणसी

राम नरेश अग्निहोत्री- भोगांव, मैनपुरी

कमला रानी वरुण- घाटमपुर, कानपुर

राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

डॉ। नीलकंठ तिवारी- वाराणसी दक्षिण

कपिल देव अग्रवाल- मुजफ्फरनगर शहर

सतीश द्विवेदी- इटवा, सिद्धार्थनगर

अशोक कटारिया- एमएलसी

श्रीराम चौहान - घनघटा, बस्ती

रवींद्र जायसवाल- वाराणसी उत्तरी

राज्य मंत्री

अनिल शर्मा- शिकारपुर, बुलंदशहर

महेश गुप्ता- बदायूं

आनंद स्वरूप शुक्ला- बलिया नगर

विजय कश्यप- चरथावल, मुजफ्फरनगर

डॉ। गिरिराज सिंह धर्मेश - आगरा कैंटोनमेंट

लखन सिह राजपूत- दिबियापुर, औरैया

नीलिमा कटियार- कल्याणपुर, कानपुर नगर

चौधरी उदयभान सिंह- फतेहपुर सीकरी

चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय- चित्रकूट

रमाशंकर सिंह पटेल- मडि़हान, मिर्जापुर

अजीत सिंह पाल- सिकंदरा, कानपुर देहात

Posted By: Inextlive