उत्तर प्रदेश में आज योगी सरकार ने 'पान मसाला' के निर्माण और बिक्री की अनुमति दे दी है। इसके साथ ही स्टेशनरी शाॅप भी खुलेंगी। हालांकि गुटखा और तंबाकू की बिक्री पर बैन लगा रहेगा।

लखनऊ (आईएएनएस)। कोरोना वायरस संकट और लाॅकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य में 'पान मसाला' के निर्माण और बिक्री पर लगी रोक हटा दी है। हालांकि सरकार ने इस दिशा में स्पष्ट कर दिया कि गुटखा और तंबाकू की बिक्री की अनुमति नहीं होगी। इस संबंध में कमिश्नर फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अनीता सिंह ने आदेश जारी कर कहा है कि यह छूट सादे पान मसाले के लिए है। राज्य में तम्बाकू और निकोटीन मुक्त पान मसाला / गुटखे के निर्माण, भंडारण और बिक्री पर प्रतिबंध जारी रहेगा।

स्टेशनरी शाॅप की अनुमति दी गई
इसके अलावा राज्य सरकार ने स्टेशनरी और किताबों की दुकानों को भी ग्रीन जोन और ऑरेंज जाेन में खोलने की अनुमति दी है। इस दाैरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का आदेश दिया गया है। हालांकि कई सरकारी और निजी स्कूलों ने लॉकडाउन के बीच ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर दी हैं। इस दाैरान छात्रों ने दावा किया कि पुस्तकों की अनुपलब्धता पढ़ाई को प्रभावित कर रही है। इसके बाद सरकार ने स्टेशनरी शाॅप खाेलने का फैसला किया। इस फैसले का अभिभावकों और छात्रों द्वारा स्वागत किया गया है।

शराब, पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ी
वहीं इसके पहले बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार में योगी आदित्यनाथ सरकार ने अतिरिक्त राजस्व उत्पन्न करने के लिए शराब, पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ाने का फैसला किया था। उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने संवाददाताओं को बताया था कि सरकार सरकार शराब के जरिए 2,350 करोड़ रुपये का अतिरिक्त उत्पादन करेगी। वहीं पेट्रोल और डीजल पर वैट में वृद्धि के माध्यम से 2,070 करोड़ रुपये का राज्स्व प्राप्त करेगी। ये संशोधित दरें बुधवार आधी रात से लागू हो गई हैं।

Posted By: Shweta Mishra