- नागरिक पुलिस और पीएसी में सिपाहियों की होगी भर्ती

-1924 फायरमैन और 3638 बंदी रक्षकों की भर्ती पर मुहर

- एक नवंबर से आवेदन, 4 और 5 को परीक्षा, जून में रिजल्ट

LUCKNOW :विजयदशमी के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस विभाग में बंपर भर्तियों को मंजूरी देकर सूबे के बेरोजगार युवाओं को गिफ्ट दिया है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण और वर्तमान पुलिसकर्मियों की छुट्टी आदि की समस्या को देखते हुए बड़े पैमाने पर भर्तियां करने का निर्णय लिया गया है। योगी ने कहा कि करीब 57 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती से पुलिस बल की जनशक्ति में वृद्धि होगी। पुलिसकर्मियों पर कार्य का तनाव कम होगा जिससे बेहतर कार्य संस्कृति प्राप्त होगी। मुख्यमंत्री ने पुलिस के सिपाहियों की भर्ती में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के उद्देश्य से आरक्षी सिविल पुलिस की नयी भर्ती में 20 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए सुरक्षित करने के भी निर्देश दिये हैं।

स्ट्रेस से जूझ रहे पुलिसकर्मी

प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार और डीजीपी ओपी सिंह ने गुरुवार को मीडिया सेंटर में पत्रकारों को भर्तियां शुरू होने की जानकारी दी। प्रमुख सचिव गृह ने कहा कि पुलिस में सुधार के लिए मैनपावर बढ़ाने की आवश्यकता है। पुलिसकर्मियों को छुट्टी मिलने में परेशानी हो रही है, काम के घंटे ज्यादा हैं जिसकी वजह से वे तनाव में रहते हैं। इसी वजह से उनकी बीच-बीच में ट्रेनिंग भी नहीं हो पाती है क्योंकि उन्हें ट्रेनिंग के लिए भेजना संभव नहीं होता है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में पुलिस महकमे में 97 हजार सिपाहियों के पद रिक्त हैं। इनमें से 42 हजार सिपाहियों की भर्ती की प्रक्रिया जारी है। अब हम 51216 सिपाही नागरिक पुलिस और पीएसी के जवानों की भर्ती करने जा रहे हैं। इसके अलावा 1679 फायरमैन और 3638 बंदी रक्षकों की भर्ती भी होगी। सिपाही भर्ती के लिए एक नवंबर से 30 नवंबर तक आवेदन किए जा सकेंगे। आगामी 4 और 5 जनवरी को लिखित परीक्षा होगी जबकि जून के तीसरे हफ्ते तक रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। इन भर्तियों के बाद थानों में पर्याप्त संख्या में महिला सिपाही तैनात की जा सकेंगी। उन्होंने अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में महिलाएं भर्ती प्रक्रिया में शामिल होकर पुलिस विभाग का हिस्सा बनें। शासन द्वारा यह भी निर्णय लिया गया है कि पिछली बार हुई अंतिम पुलिस भर्ती के दौरान पात्र ऐसे अभ्यर्थी जिनकी आयु सीमा अब वर्तमान मे होने वाली नयी भर्ती के आवेदन के दौरान निकल गयी है, उन्हें भी आयु सीमा में छूट प्रदान कर मौका दिया जायेगा।

फायरमैन और बंदीरक्षक भी

इसी तरह आगामी 5 नवंबर से 4 दिसंबर तक फायरमैन और बंदीरक्षकों की भर्ती के आवेदन लिए जाएंगे। फायरमैन भर्ती की परीक्षा 10 जनवरी को होगी जबकि जुलाई के अंतिम सप्ताह में रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। इसी तरह बंदीरक्षकों के 3638 पदों पर भर्ती के लिए 5 नवंबर से 4 दिसंबर तक आवेदन कर सकेंगे जबकि परीक्षा 8 और 9 जनवरी को होगी। इसका रिजल्ट भी जुलाई के अंतिम हफ्ते में जारी कर दिया जाएगा। प्रमुख सचिव ने कहा कि बुधवार को इस बाबत मुख्यमंत्री के साथ गहन मंत्रणा के बाद यह फैसला लिया गया है। कुंभ, प्रवासी भारतीय दिवस और चुनाव को ध्यान में रखकर भर्ती कार्यक्रम की तारीखें तय की गयी है। वहीं डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि अगला साल पुलिस विभाग के लिए चुनौतीपूर्ण है। जुलाई तक सारी भर्तियां करने का पूरा प्रयास किया जाएगा। हमें उम्मीद है कि पूर्व की भांति करीब 25 लाख युवा आवेदन करेंगे। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी और पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष जीपी शर्मा भी मौजूद थे।

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फिर होगी निरस्त परीक्षा

प्रमुख सचिव ने बताया कि पिछले वर्ष हुई 42 हजार सिपाहियों की सीधी भर्ती में एक विसंगति सामने आई थी जिसके बाद उस पेपर को निरस्त कर दिया गया था। दरअसल इलाहाबाद और एटा में दूसरी पाली की परीक्षा का पेपर पहली पाली में खुल गया था। अब यह परीक्षा 25 और 26 अक्टूबर को आयोजित की जाएगी। इसमें करीब 97,500 अभ्यर्थी दोबारा परीक्षा देंगे। इसके लिए 16 जनपदों में 482 सेंटर्स बनाए गये हैं। इसका रिजल्ट एक दिसंबर को जारी होगा जबकि 15 दिसंबर तक फाइनल सेलेक्ट लिस्ट जारी कर दी जाएगी।

एसटीएफ करेगी निगहबानी

प्रमुख सचिव ने बताया कि भर्ती परीक्षा कराने की जिम्मेदारी टीसीएस कंपनी को दी गयी है। साथ ही एसटीएफ को इसकी पुख्ता निगहबानी करने को कहा गया है। उन्होंने एसटीएफ की तारीफ करते हुए कहा कि उसने पिछली तमाम भर्तियों में पेपर लीक जैसे मामलों को पकड़ने में महारत हासिल की है। एसटीएफ की वजह से ही तमाम विभागों की भर्ती परीक्षा सकुशल संपन्न कराई जा सकी है।

अन्य राज्यों में कराएंगे ट्रेनिंग

अधिकारियों ने माना कि प्रदेश में इतनी भर्तियां करने के बाद ट्रेनिंग की समस्या आएगी। इसके लिए ट्रेनिंग की क्षमता का विस्तार किया जा रहा है। खासतौर पर सीएपीएफ के ट्रेनिंग सेंटर्स में भी सिपाहियों की ट्रेनिंग कराने की योजना है। इसके बावजूद यदि दिक्कत आई तो अन्य राज्यों के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर्स की मदद भी ली जा सकती है। जालौन और सुल्तानपुर में दो नये ट्रेनिंग सेंटर्स का दीपावली से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उद्घाटन करने जा रहे हैं।

30 कंपनियां होंगी क्रियाशील

अरविंद कुमार ने बताया कि पीएसी के जवानों की कमी के चलते हुए कुल स्वीकृत 273 पीएसी कंपनियों में से 74 कंपनी बंदी के कगार पर पहुच गयी थी, जिनकों शीघ्र ही नई जनशक्ति उपलब्ध करा कर पुर्नजीवित करने के प्रयास किये जा रहे है। सरकार के प्रयासों के फलस्वरूप पीएसी की 30 कंपनिया शीघ्र ही नई जनशक्ति से पूर्ववत क्रियाशील हो जायेंगी।

फैक्ट फाइल

- 229662 सिपाही होने चाहिए यूपी पुलिस में

- 132416 सिपाही ही वर्तमान में हैं कार्यरत

- 97246 सिपाहियों के पद चल रहे हैं रिक्त

- 51216 सिपाही भर्ती किए जाने का ऐलान

- 32 हजार नागरिक पुलिस के सिपाही होंगे भर्ती

- 19216 पीएसी के जवानों की होगी भर्ती

- 3638 बंदीरक्षक होंगे भर्ती, 626 महिलाएं शामिल

- 1924 फायरमैन की भर्ती पर भी लगी मुहर

इतने हुए प्रमोशन

इंस्पेक्टर- 2192

सब इंस्पेक्टर- 7500

हेड कांस्टेबल- 24651

Posted By: Inextlive