डिजिटल और चेक से किए जाने वाले पेमेंट पर सरकार नियम बनाने की तैयारी कर ही है। नये बदलाव से जहां कैशलेस ट्रांजेक्‍शन को बढ़ावा मिलेगा वहीं नियम कड़े होने से चेक बाउंस से होने वाले नुकसान को भी कम किया जा सकेगा।


बाउंस होने के बाद भी पेमेंट के लिए इस्तेमाल होंगे चेकमाना जा रहा है कि कैबिनेट की बैठक में नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट-1881 में बड़े बंदलाव को मंजूरी मिल सकती है। सरकार यह कदम चेक से पेमेंट पर कड़े नियम बनाने को लेकर करना चाहती है। इस नियम में बदलाव के बाद बाउंस चेक से भी पेमेंट लिया जा सकेगा।खाते में पैसे लेकिन चेक बाउंसचेक बाउंस पर समय और पैसे की बर्बादीपहले चेक बाउंस होने पर बैंक चेक पर मुहर लगाकर पेनाल्टी वसूलते थे। दोबारा पेमेंट के लिए व्यक्ति को दूसरा चेक जारी करवाना पड़ता था। इस पूरी प्रक्रिया में समय के साथ-साथ पैसे की भी बर्बादी होती थी।जूते दो, चेक ले लो

Posted By: Satyendra Kumar Singh