-पराग डेयरी लूट के मामले में लिया था हिरासत में

- परिजनों ने एसएसपी ऑफिस पर की शिकायत

 

Meerut: पुलिस की पिटाई के चलते एक 17 वर्षीय किशोर ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है। आरोप है कि पराग डेरी लूट के मामले में अपाहिज किशोर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। लेकिन तभी से पीडि़त ना तो ठीक से बोल पा रहा है और ना ही किसी की बात सुन पा रहा है। अजीबोगरीब हरकत करता रहता है। परिजनों ने परतापुर थाना पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए एसएसपी से शिकायत की है।

 

ये है मामला

परतापुर थाना क्षेत्र के गांव अछरोड़ा निवासी प्रेमवीर ने बताया कि 16 जुलाई को सिविल वर्दी में आए पुलिसकर्मियों ने उसके 17 वर्षीय बेटे नितिन कश्यप को उठा लिया था। थाने में जाकर जानकारी करने पर पता चला था कि उसे पराग डेरी वाली लूट के मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। बाद में छोड़ दिया जाएगा।

 

पुलिस को ठहराया जिम्मेदार

परिजनों का आरोप है कि जब से वह थाने से आया है। उसका मानसिक संतुलन पूरी तरह बिगड़ा हुआ है। वह रोजाना पागलों वाली हरकत करता रहता है। जिसके चलते पूरे परिवार का जीना दुभर हो गया है। उन्होंने अपने बेटे की इस हालत का जिम्मेदार परतापुर पुलिस को ठहराया है।

 

दिमाग पर चोट लगी

पीडि़त नितिन कश्यप के पिता ने बताया कि उसकी इस हरकत को देखते हुए उन्होंने उसे डॉक्टरों को दिखाया है। जिसमें डॉक्टरों ने बताया कि उसके दिमाग पर चोट लगने के कारण उसकी यह हालत हुई है।

 

जमकर हंगामा किया

परिजनों सहित दर्जनों ग्रामीण सोमवार को एसएसपी ऑफिस पहुंचे और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। इस दौरान सीओ ब्रहमपुरी विजय प्रताप से उनकी तीखी नोक-झोंक भी हुई।

 

इलाज का दिया आश्वासन

सीओ ब्रहमपुरी विजय प्रताप ने पीडि़त किशौर के इलाज का आश्वासन परिजनों को दिया। साथ ही लिखित में तहरीर देने पर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।

 

युवक को सिर्फ पूछताछ के लिए ही हिरासत में लिया गया था। पूछताछ के बाद उसे अगले दिन छोड़ दिया गया था। आरोप बेबुनियाद है।

-सुरेन्द्र नाथ, एसओ परतापुर

 

मामले की जांच सीओ ब्रहमपुरी को सौंपी गई है। वास्तव में पुलिस की गलती है तो जांच के बाद संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

-ओपी सिंह, एसपी सिटी मेरठ

Posted By: Inextlive