RANCHI: इन दिनों यंगस्टर्स के बीच अवैध हथियारों से लैस होने का क्रेज चल पड़ा है। पंडरा के व्यवसायी आशीष गुप्ता से रंगदारी मामले में पकड़ाए आकाश कुमार पाठक व सेराज भी नए-नए हथियारों के शौकीन हैं। दोनों ने अपने फेसबुक वॉल पर नए-नए हथियारों के साथ फोटो शेयर की है। यह खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने दवा व्यवसायी के साथ लूटपाट और उसे पिस्टल के बट से मारने के बाद दोनों का फुटेज सीसीटीवी में देखा। बाद में इन दोनों की करतूत इनके पैरंट्स को भी दिखाई गई। हालांकि पुलिस ने इन दोनों लड़कों के पास से कोई पिस्टल वगैरह बरामद नहीं किया है। इनका कहना है कि अपर बाजार प्यादा टोली निवासी राम सिंह के कहने पर ही वे लोग पिस्टल आदि लेते हैं। वह कई मामलों में वांटेड है। गौरतलब हो कि कोतवाली पुलिस में व्यवसायी प्रदीप जैन पर हमला कर उससे पैसे लूटने और पंडरा के व्यवसायी आशीष गुप्ता से 20 लाख रंगदारी मांगने का मामला दर्ज है। इनलोगों ने चोरी के मोबाइल से फोन कर रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी।

घर का खर्च चलाने को बना अपराधी

हथियार का शौक रखने वाले डोरंडा कॉलेज के स्टूडेंट अकाश पाठक का कहना है कि उसके पिता पुजारी हैं और घर-घर जाकर पूजा करवाते हैं। वह अपनी दो बहनों में इकलौता भाई है। पिता की कमाई से घर का खर्च नहीं चल पाता है। इसलिए उसने जुर्म का रास्ता अख्तियार किया। हालांकि, उसने यह भी बताया है कि वह गलती कर रहा है। इसका उसे आभास है। लेकिन, इसके लिए उसे कोई गाइड करता है।

फरार है राम सिंह

राम सिंह फरार है कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल ने बताया कि राम सिंह पहले से ही वांटेड है और अभी फरार है। उस पर कई मामले दर्ज हैं। वह नए-नए युवकों को अपने झांसे में लेता है और उसे हथियार व पैसे का लालच देकर अपराध करवाता है। मूलत: उसके पिता मध्यमवर्गीय हैं और किसी तरह से अपनी जीविका चलाते हैं। जब पुलिस उसके घर पहुंची तो उसके पिता ने कहा कि वह कब आता है कब जाता है किसी को कुछ पता नहीं रहता। कई-कई महीनों से वह लापता हो जाता है। जिस मोबाइल सिम से उसने रंगदारी मांगी थी, उस सिम को भी उसने तोड़ दिया है ताकि वह पुलिस की पकड़ से बच सके। इधर, दोनों युवकों के पैरेंट्स ने भी अपराध की दुनिया के दलदल में धकेले जाने के बाद राम सिंह को ही जिम्मेदार ठहराया है।

केस-1

देसी कारबाइन के साथ धराया था युवक

लालपुर थाना पुलिस ने हाल के दिनों में एक ऐसे युवक को पकड़ा था, जिसके पास आ‌र्म्स था। उसने पुलिस को बताया कि वह सिमडेगा, खूंटी के विक्रेता से दो हजार रुपए तक में हथियार खरीदता था। कुछ हथियार तस्कर 25 हजार तक में भी देसी मेड कारबाइन आदि बेचते हैं।

केस-2

गन प्वाइंट पर लूटपाट करने वाला गिरोह हुआ था अरेस्ट

पंडरा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा था, जो हथियार दिखाकर लूटपाट करते था। पुलिस ने उनलोगों के पास से एक उम्दा हथियार भी बरामद किया था। हथियार बरामद होने के बाद पुलिस भी चौंक पड़ी थी। पुलिस ने जब पूछताछ की तो पाया कि उसने वह हथियार किसी से लिया था। लेकिन छानबीन में पता चला कि हथियार के खरीदार वहां आते हैं और कम पैसे में हथियार और कारतूस बेचकर चले जाते हैं।

Posted By: Inextlive