-केजीएमयू के डॉक्टर्स की स्टडी में सामने आए चौंकाने वाला तथ्य

-एल्कोहल के बाद मोटापा बना हेपेटाइटिस का सबसे बड़ा कारण

LUCKNOW:अगर आप बढ़ते मोटापे के प्रति लापरवाह हैं तो सावधान हो जाएं। मोटापा हेपेटाइटिस की बीमारी का प्रमुख कारण बन सकता है। यह बात केजीएमयू के गैस्ट्रोइंट्रोलॉजिस्ट डॉ। सुमित रुंगटा और डॉ। अजय कुमार की ओर से डेढ़ हजार से अधिक पेशेंट्स पर की गई स्टडी में सामने आई है।

मोटापे से बढ़ रहे पेशेंट

केजीएमयू के गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ। सुमित रुंगटा और डॉ। अजय कुमार ने बताया कि लखनऊ के लोगों में बढ़ता मोटापा हेपेटाइटिस की समस्या बढ़ा रहा है। केजीएमयू आने वाले 1500 से अधिक मरीजों पर स्टडी की तो पता चला कि 45 से 50 फीसद को हेपेटाइटिस की प्रॉब्लम एल्कोहल से हुई है, वहीं इस बीमारी का दूसरा बड़ा कारण मोटापा पाया गया है।

70 फीसद राजधानी के

डॉक्टर्स के अनुसार मोटापे के कारण हेपेटाइटिस की प्रॉब्लम के साथ आने वाले मरीजों में 70 फीसद से अधिक लखनऊ के ही होते हैं। यानी कि लखनऊ के लोगों में मोटापे के कारण हेपेटाइटिस का खतरा अधिक है।

बाक्स

क्या है हेपेटाइटिस

डॉक्टर्स के अनुसार अधिक एल्कोहल लेने, हेपेटाइटिस वायरस या अधिक फैट एकत्र होने से लीवर में सूजन आ जाती है। जिससे मरीज को पीलिया, शरीर दर्द, पेट में पानी आना, लिवर सिरोसिस की प्रॉब्लम होती है। प्रॉब्लम बढ़ने पर लीवर फेल होने या लिवर कैंसर तक की समस्या हो जाती है।

सभी को ट्रीटमेंट की जरुरत नहीं

डॉ। सुमित रुंगटा ने बताया कि हेपेटाइटिस बी से पीडि़त 80 फीसद मरीजों को इलाज की जरुरत नहीं होती। इनमें वायरस कैरियर की तरह ही रहता है। यानी ये वायरस इन मरीजों में बीमारी नहीं फैलाएगा लेकिन इनसे दूसरे लोगों में वायरस फैल सकता है। वायरस से संक्रमित 20 फीसद मरीजों को ही ट्रीटमेंट की जरुरत है।

इन जिलों में समस्या प्रॉब्लम

डॉ। अजय कुमार ने बताया कि केजीएमयू में हेपेटाइटिस बी या सी वायरस के संक्रमण के चलते इलाज के लिए आने वाले मरीजों में सबसे अधिक बाराबंकी, अंबेडकर नगर, सीतापुर के हैं।

ये है जरुरी

-सभी बच्चों को हेपेटाइटिस बी का टीकाकरण जरुरी

-लीवर में सूजन, पीलिया, पैरों में सूजन, खून की उल्टी होने पर जांच जरुरी

-वायरस से संक्रमित व्यक्ति के परिवार के लोगों की जांच जरूरी

बाक्स

मोटापे से बचाव

-डायबिटीज मरीज शुगर लेवल नियंत्रित रखें

-रोजाना आधे घंटे एक्सरसाइज करें

-वजन को अनावश्यक बढ़ने न दें

-बैठ कर काम करने वाले हर आधे घंटे में टहलें

बाक्स

हेपेटाइटिस बी संक्रमण

-जन्म के समय मां से बच्चे को

-असुरक्षित इंजेक्शन से

-असुरक्षित यौन संपर्क

Posted By: Inextlive