पान का कारोबारी आठ दिन पहले आया था शहर में

कहां रहता था, पता नहीं, गुरुवार की आधी रात के बाद मारी गई थी गोली

ALLAHABAD: फिलहाल तक ऐसा कुछ सामने नहीं आया है जिससे पता चले कि यह सूरज की हत्या व्यावसायिक प्रतिद्वन्दिता के चलते की गई है। परिस्थितियां हत्या के पीछे अवैध संबंध की ओर इशारा करती हैं लेकिन यह भी पुष्ट नहीं है। घटना के 24 घंटे बाद भी पुलिस को पता नहीं लगा है कि आठ दिन से वह रह कहां रहा था। अब मोबाइल लोकेशन और सर्विलांस ही पुलिस के लिए सहारा बचे हैं।

एक गोली में हो गया काम तमाम

धूमनगंज के झलवा एरिया में गुरुवार की आधी रात के बाद सूरज चौरसिया नाम के युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शुक्रवार को युवक के परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। बेटे का शव देखते ही पिता छत्रपति फफक पड़े। पिता ने बताया कि एक दिन पहले ही सूरज से फोन पर बात हुई थी। सूरज ने कहा था कि किसी काम के सिलसिले में अभी उसे रुकना पड़ रहा है। वह आठ दिन बाद घर लौटेगा। लेकिन, उसकी मौत की खबर घर पहुंची।

पान की खरीदारी के लिए आया था

रीवां के रहने वाले छत्रपति ने बताया कि उनका बेटा सूरज पान दरीबा एरिया से पान की खरीदारी करता था और गांव के साथ आसपास के एरिया में सप्लाई करता था। पहले जब वह खरीदारी के लिए आता था तो एक या दो दिन में ही लौट जाता था। इस बार वह आठ दिन पहले आया था। पिता ने बताया कि उन्हें इस बात की भी जानकारी नहीं है कि सूरज इलाहाबाद में कहा रहता था। उधर, पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने सूरज के शव को परिजनों को सौंप दिया।

Posted By: Inextlive