-मोहनलालगंज के गौरा गांव की घटना

-अफेयर व अवैध संबंधों में हत्या का शक, दो कस्टडी में

LUCKNOW: मोहनलालगंज के गौरा में रविवार भोर गुमनाम कॉलर के बुलावे पर गांव के बाहर पहुंचे कुलदीप सोनी उर्फ छोटू (ख्ब्) की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए। सुबह ग्रामीणों ने खून से लथपथ शव पड़ा देख इसकी सूचना पुलिस को दी। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। शुरुआती पड़ताल के बाद पुलिस हत्या के पीछे अफेयर व अवैध संबंध का शक जता रही है। फिलहाल दो युवकों को पुलिस ने कस्टडी में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं, पुलिस मृतक के मोबाइल फोन की सीडीआर की मदद से घटना के जल्द खुलासे का दावा कर रही है।

मच गया हड़कंप

गौरा निवासी द्वारिका प्रसाद का इकलौता बेटा कुलदीप उर्फ छोटू प्राइवेट टैक्सी ड्राइव करता था। शनिवार रात घर में खाना खाने के बाद वह घर के बाहर सोने के लिये चला गया। सुबह करीब भ् बजे ग्रामीण खेतों पर जाने के लिये निकले। इसी दौरान बांक नाले के करीब जंगल जाने वाले रास्ते पर स्थित अयोध्या कश्यप के खेत में उन्होंने खून से लथपथ युवक का शव पड़ा देखा। यह देख ग्रामीण शव के करीब पहुंचे तो पता चला वह शव कुलदीप का था। उसकी दाहिनी कनपटी से सटाकर गोली दागी गई थी जो सिर के बाएं हिस्से से पार हो गई थी। उसके सिर से खून रिस रहा था। जैसे ही कुलदीप की हत्या की खबर गांव पहुंची, वहां हड़कंप मच गया। जानकारी मिलने पर कुलदीप के माता-पिता के अलावा वहां तमाशबीनों का जमावड़ा लग गया। जानकारी मिलने पर सीओ मोहनलालगंज आलोक जायसवाल, इंस्पेक्टर राजकुमार शुक्ला भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।

देररात तक कर रहा था चैटिंग

मौके पर पहुंची पुलिस को कुलदीप के चचेरे भाई सुशील कुमार सोनी ने बताया कि शनिवार रात कुलदीप के बगल में वह खुद लेटा हुआ था। उसने बताया कि कुलदीप देररात तक किसी से मोबाइल पर बात करने के साथ ही व्हॉट्सएॅप पर चैटिंग कर रहा था। उसने बताया कि रात करीब क्.फ्0 बजे उसे नींद आ गई। इसके बाद कुलदीप कब उठकर चला गया, उसे इसकी भनक न लग सकी। सुशील के मुताबिक, कुलदीप के पास दो मोबाइल फोन थे। एक फोन उसने बात करने के लिये रख रखा था जबकि, दूसरे फोन पर वह व्हॉट्सएॅप व फेसबुक सर्फिंग करता था। उसने बताया कि जब तड़के सुशील वहां से गया तो नेट यूज करने वाला मोबाइल फोन अपनी चारपाई पर ही छोड़ दिया जबकि, कॉल करने वाला मोबाइल फोन अपने साथ ले गया था। शव के पास मिले उस मोबाइल फोन के साथ ही सुशील के दूसरे फोन को भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।

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इनकमिंग कॉल के बाद निकला था

सीओ आलोक जायसवाल ने बताया कि सुशील के बात करने वाले मोबाइल फोन की पड़ताल में पता चला है कि उसे आखिरी कॉल रविवार तड़के फ्.क्भ् बजे आई थी। जिससे बात करने के बाद ही सुशील वहां से उठकर चला गया। आशंका जताई जा रही है कि इसी आखिरी कॉल करने वाले ने ही कुलदीप की हत्या की है। पुलिस नंबर की पड़ता में जुट गई है।

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जिस जगह कुलदीप की हत्या की गई उस जगह पर वह शनिवार की दोपहर से मौजूद था। पिता द्वारिका ने बताया कि शनिवार शाम जब वह उसी रास्ते से गुजरे तो पुलिया पर कुलदीप अकेला ही बैठा था। उन्होंने उससे वहां बैठने की वजह पूछी तो कुलदीप ने उन्हें बताया था कि उसके दस्त आ रहे हैं, जिस वजह से वह वहां पर बैठा है। उसकी यह बात सुनने के बाद द्वारिका घर वापस लौट आए थे।

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पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कुलदीप का गांव में ही रहने वाली एक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसकी भनक युवती के भाईयों को लग चुकी थी। जिसके बाद उन्होंने कुलदीप को कई बार युवती से दूरी बना लेने के लिये धमकाया था। आशंका जताई जा रही है कि कुलदीप के मोबाइल फोन पर आई आखिरी कॉल उसी युवती की थी। जिसके बुलावे पर वह गांव के बाहर अयोध्या के खेत में पहुंचा था। जहां युवती का पीछा करते आ पहुंचे उसके भाईयों ने इस घटना को अंजाम दे दिया। हालांकि, पुलिस अभी बिना कुलदीप की सीडीआर की जांच किये कुछ भी बोलने से कतरा रही है।

Posted By: Inextlive