-नौबतपुर थाना क्षेत्र के टंगरैला गांव की घटना

-ममेरे साला पर परिजनों ने जताई हत्या की आशंका

PATNA : राजधानी में आपराधिक घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। पुलिस एक मामले की तहकीकात में जुटती है तो दूसरी घटनाएं हो जाती हैं। नौबतपुर थाना क्षेत्र के छोटी टंगरैला गांव में मंगलवार की रात ममरे साला ने घर में सो रहे बदमाश रूपेश सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देकर अपराधी फरार हो गए। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर थाने ले आई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रथम दृष्टया हत्या में बिक्रम थाना के बेनी बीघा निवासी रामाकांत शर्मा के पुत्र दीपक की संलिप्तता बताई जा रही है। दीपक रूपेश सिंह का ममेरा साला है।

जमानत पर जेल से बाहर आया था मृतक

जानकारी के अनुसार, टैंगरेला निवासी किसान उमाशंकर सिंह और उनके पुत्र धीरज की हत्या मामले में जेल में बंद रूपेश कुछ दिन पूर्व ही जमानत पर बाहर निकला था। जेल से बाहर आने के बाद वह रिश्तेदार के घर रह रहा था। टंगरैला में 11 फरवरी से शुरू हुए यज्ञ में शामिल होने तीन दोस्तों के साथ गांव आया था। मंगलवार दोपहर बाद उसके तीनों दोस्त चले गए। स्वजनों ने बताया कि रात में खाना खाने के बाद रूपेश अपने ममेरा साला दीपक के साथ छत पर बने कमरे में सोने चला गया था। स्वजनों ने आरोप लगाया कि देर रात दीपक ने रूपेश के सिर में गोली मार दी।

तोड़ रहा था सीसीटीवी

घटना को अंजाम देने के बाद दीपक घर में लगा सीसीटीवी तोड़ रहा था। शोर होने पर रूपेश की मां पहुंची तो दीपक धक्का देकर फरार हो गया। रूपेश की मां जब छत पर पहुंची तो बेटे को मृत पाया। शोर मचाने पर स्वजन पहुंचे और पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने घटनास्थल से पिस्टल का एक खोखा बरामद किया है। थानाध्यक्ष सम्राट दीपक ने बताया कि घटना में शामिल अपराधी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

रूपेश का है आपराधिक इतिहास

बदमाश रूपेश सिंह पर तीन वर्ष पूर्व अपने गांव के ही किसान उमाशंकर सिंह और उनके पुत्र धीरज की हत्या का आरोप लगा था। ग्रामीणों के अनुसार, बदमाश रूपेश ने उमाशंकर सिंह से सूद पर पैसे ले रखे थे। जब उमाशंकर के पुत्र धीरज ने दवाब बनाया तो रूपेश सिंह ने बदमाशों के साथ मिलकर धीरज की हत्या कर दी। धीरज की हत्या का बदला लेने के लिए विरोधी गुट ने रूपेश की हत्या की सुपारी बिक्रम के दनारा निवासी छोटू को दी थी। परसा बाजार में छोटू ने रूपेश को एक-एक कर तीन गोलियां मारीं। हालांकि घटना में रूपेश बच गया। लेकिन पुलिस ने धीरज की हत्या मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जेल से ही रूपेश ने किसान उमाशंकर की हत्या की साजिश रच डाली और बदमाश जटहा को हत्या की सुपारी दी। बदमाशों ने उमाशंकर सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद से ही दोनों पक्ष के लोगों के बीच खूनी संघर्ष जारी थी। बदमाश रूपेश सिंह पर नौबतपुर और जानीपुर थाना में हत्या के मामले दर्ज हैं।

Posted By: Inextlive