बॉलीवुड के दबंग सलमान खान नई पीढि़यों को बॉलीवुड में लांच करने के लिए जाने जाते हैं। इसी कड़ी में जुड़ने जा रहा है दो नए सितारों का नाम। अब सलमान 'नोटबुक' के जरिए अपने जिगरी दोस्त के बेटे जहीर इकबाल और मोहनीश बहल की बेटी प्रनूतन बहल को लांच कर रहे हैं। फिल्म और व्यक्तिगत जिंदगी से जुड़ी बातों पर जहीर इकबाल से स्मिता श्रीवास्तव की बातचीत के अंश...


अपने बारे में बताए? feature@inext.co.inKANPUR: मेरे पापा कंस्ट्रक्शन बिजनेस में हैं। उनके अलावा परिवार में मां और एक बहन है। जब मैं 16 साल का था, तब से पिता के साथ बिजनेस में सहयोग कर रहा हूं। जब मैं 18 साल का था तो मैंने दुबई में डैड का काम संभालने के लिए एक साल तक काम किया। अभी भी जब टाइम मिलता है कंस्ट्रक्शन का काम देखता हूं। कब एहसास हुआ कि एक्टर बनना है?
कीड़ा तो बचपन से ही था। कॉलेज के वक्त में एक दोस्त था। उसे देर रात बाहर रहने और पार्टी करने की इजाजत नहीं थी। वह मेरे घर पर ही रुकता था। हम फैमिली फ्रेंड्स थे। वह रात 9.30 के करीब आता था। मुझे तैयार होने में थोड़ा समय लगता था। मैं अपने बालों में जेल लगाता था। कपड़ों को लेकर बहुत चूजी था। मजाक में उससे कहता था कि क्या पता किसी पार्टी में मुझे सलमान खान, शाहरुख खान या करण जौहर देख लें और बोलें कि इसमें कुछ बात है। मेरी बहन की शादी में सलमान खान आए थे। मैं स्टेज पर डांस कर रहा था। मैं स्टेज से उतरा उन्होंने कहा कि चलो तुम्हे मैं अपनी फिल्म में लांच कर रहा हूं। मुझे तो यकीन ही नहीं हुआ मगर वो बोले हां मुझे लगता है कि तुम्हें फिल्मों में होना चाहिए।आपने 'जय हो' में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम किया था। पांच साल तक आपने इस फिल्म के लिए इंतजार किया है। कितना धैर्य रखना पड़ा?


बहुत ज्यादा धैर्य रखना पड़ा। बहुत लोगों ने कहा कि इतना वक्त हो गया है। पता नहीं कब लांच होगा। उन्हें अंदरूनी बातें पता नहीं थीं। उन्होंने शंका जताई। फिल्म एक दिन में बनने वाला काम नहीं है। मैंने सलमान भाई से पूछा कब होगा? वह एक ही बात बोलते थे जहीरो तुम्हें पिक्चर में आना शुरू करना है तो एक महीने के अंदर तुम सेट पर होगे! प्री-प्रोडक्शन कल से शुरू हो सकता है। फिर यह नहीं बोलना कि भाई तुम बेहतर जानते थे। मुझे यह क्यों करने दिया। वह हमेशा कहते थे कि धैर्य रखो, इंतजार करो। हम सही वक्त पर काम करेंगे। अब सोचता हूं कि मुझे दो-तीन साल पहले फिल्म करना ही नहीं चाहिए था। मैं अब तैयार हो पाया हूं। पिछले चार सालों में मैंने बहुत कुछ सीखा है। जब ट्रेलर आया तो हर किसी के मैसेज के आखिर में लिखा था फाइनली..। बहरहाल, मुझे पता था कि एक दिन सलमान भाई मेरे लिए कुछ बेस्ट ही करने वाले हैं।फिल्म में अपने किरदार कबीर के बारे में बताएं?कबीर मुझसे बहुत अलग है। मैं तेज बात करता हूं। वह धीरे बात करता है। कबीर अंतर्मुखी है। मैं उसका उल्टा हूं। मैं चाहता हूं कि मेरे आस-पास दोस्त हों। कबीर को अकेले रहना पसंद है। यह सब बॉडी लैंग्वेज में भी लाना पड़ा है। मैं जब चलता हूं तो उसमें कॉन्फिडेंट इंसान की चाल है। कबीर थोड़ा झुका हुआ चलता है। बॉडी लैंग्वेज से पता चलता है कि इंसान कैसा है। हमने चार महीने तक वर्कशॉप की। उसके चलने-फिरने और बातचीत के पीछे वजह है। रेकी, वर्कशॉप में एक्टिंग कोच थे। शूट पर पूरे दिन वो हमारे साथ में रहते थे। हर सीन को वे अलग तरह से करने के रास्ते दिखाते थे। किरदार को आत्मसात करना कठिन था लेकिन मजा आया।नितिन कक्कड़ के बारे में जब पता चला कि वह फिल्म का निर्देशन करने वाले हैं, तो क्या प्रतिक्रिया थी?

यह बात पिछले साल जनवरी की है। तब नितिन सर दूसरी फिल्म के सिलसिले में मुलाकात करने आए थे। उन्होंने फिल्म देखी जो एक तमिल फिल्म की रीमेक थी। उन्होंने कहा कि सलमान सर यह फिल्म मैं खराब कर दूंगा। यह मेरा जॉनर और स्पेस नहीं है। मैं इस फिल्म के साथ कनेक्ट नहीं कर पा रहा हूं। भाई ने कहा ठीक है। दो दिन के दौरान में मैं नितिन सर से दो या तीन घंटे मिला था। उतने समय में मुझसे उन्होंने सिर्फ फिल्म की ही बात की। पहली मीटिंग में ही उनसे बहुत प्रभावित हो गया था। मैंने सलमान भाई से कहा कि मुझे इनके साथ ही काम करना है। ये कमाल की फिल्म बनाएंगे। सलमान भाई ने दोबारा बुलाने को कहा। नितिन सर दो दिन बाद दोबारा आए। भाई ने उनको पांच स्कि्रप्ट दीं और कहा कि इनमें से देखकर बताएं कि वो कौन सी स्कि्रप्ट पर काम करना चाहेंगे। एक हफ्ते बाद नितिन सर ने 'नोटबुक' की स्कि्रप्ट पर फिल्म बनाने की बात कही। 'नोटबुक' थाई फिल्म 'टीचर्स डायरी' का अडैप्टेशन है। आपने वह फिल्म देखी है?
मैंने टुकड़ों में देखी है। मगर वह अलग ही फिल्म है। कॉन्सेप्ट थोड़ा सा मिलता-जुलता है। किरदार बिल्कुल अलग हैं। जब आप दोनों फिल्में देखेंगे तो स्पष्ट हो जाएगा कि दोनों फिल्में अलग हैं। समानता बस इतनी है कि दोनों में फ्लोटिंग स्कूल एक जैसा प्वाइंट है।वर्कशॉप के बाद पहले दिन की शूटिंग कैसी थी?जब प्रनूतन का ऑडिशन हो रहा था, तब मैं पास में ही वर्कशॉप कर रहा था। नितिन सर ने मुझे बुलाया कि लड़के का पार्ट तुम कर लो। मैं उनके साथ वह सीन कर रहा था। मुझे याद है जब प्रनूतन का सोलो शॉट हुआ, मैंने और नितिन सर ने एक-दूसरे को देखा और कहा कि यह फिरदौस है। कमाल की एक्टर है। लुक भी फिरदौस से मैच होता है।सलमान खान की एनजीओ बीइंग ह्यूमन को आप आगे बढ़ाना चाहते हैं? मैं बचपन से सलमान खान का बहुत बड़ा फैन हूं। जब से उनके साथ वक्त बिताना शुरू किया तो मैं विस्मित रह गया। सब लोग सलमान खान जैसा सुपरस्टार बनने की ख्वाहिश रखते हैं। अगर मैं उनकी तरह 50 प्रतिशत भी बन गया तो बहुत बड़ी बात होगी। उनके जैसा इंसान करोड़ों में एक पैदा होता है। वो निस्स्वार्थ भाव से लोगों की मदद के लिए हरदम तैयार रहते हैं। जबकि बाकी लोगों का अक्सर कोई एंजेडा होता है। लोग बोलते हैं कि सलमान खान हमेशा लेट आते होंगे सेट पर। उनका कॉल टाइम ज्यादातर दोपहर का होता है। उन्हें कोई आइडिया नहीं है कि सलमान भाई 4-5 घंटे ही सोते हैं। वो सुबह जल्दी उठते हैं। पूरा टाइम फोन पर रहते हैं कि उसकी सर्जरी करा दो, इतने ऑपरेशन करा दो। जब हम फॉर्म हाउस पर रहते थे तब यह सब पता चला। मैं सुबह नौ बजे उठा था सोचा कि भाई उठ गए होंगे तो ट्रेनिंग करेंगे। भाई पहले से ही बाहर रहते थे। मैं कॉफी पीते हुए सुन रहा था डॉक्टर्स, अस्पताल, एनजीओ के साथ उनकी बात हो रही थी। भाई के चैरिटी कामों के बारे में लोगों को जितना पता है, वह उससे कहीं ज्यादा करते हैं। लिहाजा ऐसा इंसान बनना चाहिए कि जितनी आपकी ताकत है, उतनी मदद करो।फिल्म में इस्तेमाल की गई नोटबुक में भी आपने अपने हाथ से लिखा है। वह अनुभव कैसे रहा? स्कूल के बाद लिखने की आदत छूट गई थी लेकिन बहुत मजा आया। फिल्म में डायरी में लिखने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी। ध्यान रखना होता था कि उसमें कोई गलती न हो। पहले पेपर पर लिखते थे। फिर असली बुक में लिखते थे। मेरी हैंडराइटिंग बहुत खराब है। मैंने निर्देशक से कहा भी मुझे खुद अपनी हैंडराइटिंग समझ में नहीं आती है। जहां पढ़ने वाला शॉट है ऑडियंस भी नहीं पढ़ पाएगी। निर्देशक ने कहा कि तुम्हारी ही हैंडराइटिंग चाहिए। वह विश्वसनीय लगना चाहिए।सलमान-आलिया पहली बार संग करते दिखेंगे रोमांस, भंसाली की इस फिल्म में आने जा रहे नजरइस दिन से शुरु होगी चुलबुल पांडेेय की दबंगई, तय हुई 'दंबग 3' की शूटिंग डेट

Posted By: Vandana Sharma