देहरादून। यदि आप अपनी सिटी को छोड़कर किसी दूसरे स्टेट में जॉब के लिए जाने वाले हैं, तो आपको अपने साथियों को 'वहां का नंबर लेते ही मैसेज करूंगा' वाला पंरपरागत वाक्य बोलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सेंट्रल गर्वनमेंट का महत्वाकांक्षी 'वन इंडिया, वन मोबाइल' प्लान अब हकीकत की दुनिया से रूबरू होने लगा है। एसटीडी नंबर मिलाने के लिए उसमें जीरो जोड़ने की बाध्यता मोबाइल कंपनियों ने खत्म कर दी है। ऐसे में माना जा रहा है कि कुछ ही महीनों में एक सर्किल से दूसरे सर्किल में मोबाइल पोर्टेबिल्टी और रोमिंग फ्री फैसेलिटी शुरू कर दी जाएगी।

एसटीडी के लिए अब जीरो नहीं

अभी तक मोबाइल से किसी दूसरे सर्किल में नंबर मिलाने के लिए अभी तक एसटीडी कॉल करनी पड़ती थी, जिसके लिए मोबाइल नंबर से पहले जीरो या +91 लगाना होता था। लेकिन वन इंडिया मोबाइल के पहले फेज की शुरुआत एसटीडी के साथ जीरो या +91 लगाने की बाध्यता हटाकर कर दी गई है।

फिलहाल टेस्टिंग मोड में है सुविधा

एसटीडी कॉल के लिए जीरो नहीं लगाने की बाध्यता फिलहाल टेस्टिंग मोड में है और सिर्फ निजी कंपनियां ही इसे टेस्ट कर रही हैं। बीएसएनएल ने अभी तक यह टेस्टिंग शुरू नहीं की है, इस कारण बीएसएनएल से एसटीडी मिलाने के लिए अब भी जीरो लगाना पड़ रहा है। हालांकि बीएसएनएल अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही वे भी इसके टेस्ट शुरू करेंगे।

1 मई से शुरू होनी थी योजना

बीएसएनएल से जुड़े सूत्रों की मानी जाए तो मोबाइल से एसटीडी कॉल करने के लिए जीरो नहीं लगाने की शुरुआत पहले 1 मई से ऑफिशियली कर दी जानी थी, लेकिन कुछ तकनीकी दिक्कतों के कारण उस समय ये योजना लागू नहीं हो सकी। इसी कारण सभी कंपनियां पहले इसकी टेक्निकल टेस्टिंग कर रही हैं।

चार्ज पर स्थिति स्पष्ट नहीं

भले ही मोबाइल से एसटीडी नंबर मिलाने के लिए बिना जीरो लगाए लोकल कॉल की तरह बात की जा सकेगी, लेकिन इसमें यूजर को लोकल कॉल के चार्ज देने होंगे या एसटीडी के, यह बात अभी तक स्पष्ट नहीं है। मोबाइल कंपनियों के अधिकारी भी इस बारे में कोई स्पष्ट निर्देश अभी तक नहीं मिलने की बात कर रहे हैं।

तीन फेज में होगा वन इंडिया मोबाइल

पूरे देश में एक जैसी मोबाइल सेवा लागू करने यानि रोमिंग कॉल रेट्स को पूरी तरह बॉय-बॉय कहने की कवायद केंद्र सरकार के कहने पर टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानि ट्राई पिछले साल से कर रही है। इसी के तहत ट्राई ने फिलहाल पूरी तरह 'रोमिंग फ्री इंडिया' की घोषणा नहीं करते हुए इसे फेजवाइज लागू करने की योजना बनाई हुई है। इसके तहत अभी जीरो डायलिंग हटाई गई है। इसके बाद रोमिंग कॉल चार्ज खत्म कर दिए जाएंगे और फिर एक सर्किल से दूसरे सर्किल में मोबाइल पोर्टेबिल्टी की सुविधा शुरू होने की घोषणा कर इसे फाइनल टच दे दिया जाएगा यानि उसके बाद देश में कहीं भी रहने पर आपको कभी अपना मोबाइल नंबर बदलना नहीं होगा। बस अपने पुराने नंबर को ही किसी स्थानीय मोबाइल कंपनी के साथ पोर्टेबिल्टी के जरिए एडऑन कराना होगा।

रोमिंग फ्री करने को ही घटे हैं कॉल रेट

पिछले दिनों ट्राई ने सभी मोबाइल कंपनियों को अपने रोमिंग कॉल रेट्स 20 परसेंट तक घटाने के आदेश दिए थे। ये आदेश 1 मई से लागू होने थे, जिसके बाद सभी मोबाइल कंपनियों ने रोमिंग के लिए अपने नए कॉल रेट की घोषणा करते हुए चार्ज में कटौती की थी। माना जा रहा है कि ट्राई का यह कदम भी रोमिंग फ्री फैसेलिटी शुरू करने की कवायद का ही एक हिस्सा था।

ऐसे बढ़ेगा रोमिंग फ्री की तरफ कदम

- एसटीडी कॉल करने के लिए नंबर से पहले जीरो लगाने की बाध्यता होगी खत्म

- इससे पूरे देश में एक ही तरह का कॉलिंग सिस्टम हो जाएगा लागू

- इसके बाद एक सर्किल से दूसरे सर्किल में जाने पर लिया जाने वाला रोमिंग कॉल चार्ज भी किया जाएगा खत्म

- रोमिंग फ्री फैसेलिटी लागू होने के बाद तीसरे फेज में एक सर्किल से दूसरे सर्किल में मोबाइल नंबर पोर्ट करने की तकनीकी अड़चन हो जाएगी खत्म

- इससे इंडिया में कहीं भी जाने पर एक ही मोबाइल नंबर आपकी पहचान बनकर साथ रहेगा

ये होंगे यूजर को फायदे

- जीरो लगाने की बाध्यता खत्म होने से पूरा इंडिया एक ही सर्किल की तरह करेगा काम

- ऐसे में एसटीडी कॉल और लोकल कॉल के बीच का फर्क हो जाएगा खत्म

- इसके चलते एसटीडी कॉल टैरिफ खत्म कर दिए जाने की है संभावना

- रोमिंग चार्ज नहीं लगने से देश में कहीं भी जाने पर बिना बिल की चिंता किए करेंगे परिजनों से जमकर बात

ये हो सकते हैं नुकसान भी

- एसटीडी कॉल टैरिफ और रोमिंग चार्ज खत्म होने की स्थिति में लोकल कॉल के रेट महंगे कर सकती हैं कंपनियां

- इस रेवेन्यू के खात्मे से होने वाले नुकसान को पूरा करने के लिए इंटरनेट के चार्ज को भी किया जा सकता है महंगा

अभी तक ऐसा कोई सर्कुलर तो हमें नहीं मिला है, लेकिन ऐसा किए जाने की जानकारी अवश्य थी। हम अभी बीएसएनएल में इसे टेस्ट नहीं कर रहे हैं, लेकिन निजी कंपनियों के कनेक्शन से यदि जीरो लगाए बिना एसटीडी नंबर मिल रहा है तो संभव है कि उन्होंने टेस्टिंग मोड में इसे शुरू कर दिया हो।

- ब्रहमानन्द, डीजीएम मोबाइल, बीएसएनएल (देहरादून)

जी हां, ये सही है कि जीरो लगाने की बाध्यता खत्म कर दी गई है। ये टेक्निकल टेस्टिंग है तो इसकी जानकारी नहीं है। कॉल रेट एसटीडी का लगेगा या लोकल का, इसकी अभी जानकारी नहीं है। लेकिन ये रोमिंग फ्री और मोबाइल पोर्टेबिल्टी सेवा शुरू होने का पहला फेज कहा जा सकता है।

- विवेक शर्मा, जोनल सेल्स मैनेजर, आइडिया

Posted By: Inextlive