जमैका में इन दिनों जिका नामक विषाणु का डर छाया है। जिसको लेकर यहां का स्‍वास्‍थ्‍य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। ऐसे में अब यहां पर इसके खतरे को देखते हुए करीब 1 साल तक महिलाओं को बच्‍चें न पैदा करने की सलाह दी गई है। इसका खतरा अजन्‍में बच्‍चों पर अधिक रहता है।


यह काफी खतरनाक
जमैका के स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में यहां पर जिका नामक विषाणु को लेकर बयान दिया है। मंत्रालय का कहना है कि जिका विषाणु का संक्रमण काफी तेजी से फैलता है। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री होरेस दाले का कहना है कि जिका विषाणु काफी तेजी से जमैका के नजदीक आता जा रहा है। हाल ही में कैरेबियाई पड़ोसी देशों में यह विषाणु पाया जा चुक है। गर्भ में पल रहे बच्चों के लिए तो यह काफी खतरनाक है। ऐसे में इस दिशा में महिलाओं को इस दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे। यह विषाणु बीमारी को एक से दूसरे में फैलाने का कार्य करते हैं। ऐसे में इससे बचकर रहने में ही भलाई है। इसके साथ ही कहा गया है कि हो सके यहां पर महिलाएं पूरे 1 साल तक गर्भधारण न करे। गर्भधारण की अवस्था में मच्छरों के काटने पर यह बीमारी बच्चों को भी हो जाएगी। ये शुरूआती लक्षण


डाक्टरों का मानना है कि जिका विषाणु संक्रमण व माइक्रोसिफैली के बीच संबंध है। ऐसे में माइक्रोसिफैली रोग से शिशु का मस्तिष्क अविकसित रह जाता है। मच्छरों के काटने से फैलने वाली इस बीमारी में शुरूआती दौर में लक्षण काफी सामान्य होते हैं। रोगी को पहले बुखार, मांसपेशी व जोड़ों में दर्द, सिरदर्द, मिचली व त्वचा पर चकत्ते पड़ते हैं। इसके बाद धीरे धीरे ये उसकी बॉडी को पूरी तरह से अपनी चपेट में ले लेते हैं। बताते चलें कि कैरेबियाई देशो में इसके खतरे को देखते हुए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। कैरिबियन पब्लिक हेल्थ एजेंसी ने क्षेत्र में बीते साल नवंबर में जिका के पांच मामले पाए जाने के बाद इसकी आधिकारिक पुष्टि कर दी थी।

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Posted By: Shweta Mishra