- कल्पना सागर ने नाम लिया वापस

- मैदान में संजय सिंह और राजेश सागर

BAREILLY:

जिला पंचायत अध्यक्ष पद से कल्पना सागर के नाम वापस लेने से चुनाव में एक नया मोड़ आ गया हैं। सात जनवरी को होने वाले चुनाव में अब सबकी निगाहें सपा के संजय सिंह और बसपा के राजेश सागर पर टिकी हैं। मैदान में भले ही दो प्रतिद्वंद्वी खड़े हैं। लेकिन, चुनावी रणनीति के इस उठा पटक में सब अपनी-अपनी गोटियां सेंकने में लगे हुए हैं। मौका को भुनाने के लिए उम्मीवार ही नहीं सदस्य भी दांव फेंकने से नहीं चूक रहे हैं।

संजय को मिली मजबूती

संडे को सपा के पार्टी प्रमुख की ओर से आए एक फैक्स ने चुनाव का पूरा माहौल ही बदल कर रख दिया। सपा के कल्पना सागर के चुनाव में बैठने से संजय सिंह को मजबूती मिली हैं। मंडे को फरीदपुर विधायक डॉ। सियाराम सागर ने 13 सदस्यों की लिस्ट भी सपा के जिला अध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव को सौंप दी। जो कि उनके खेमे के पक्के सिपाही थे। कल्पना के खेमे से संजय को 13 और सिपाही मिल जाने से पार्टी में काफी उत्साह का माहौल बना हुआ हैं। पार्टी के नेताओं को यह पूरी उम्मीद है कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में उनकी जीत पक्की हैं।

चुप नहीं बैठे हैं बसपा के नेता

भले ही चुनाव दो उम्मीदवारों के दम पर हो रहा हैं। कल्पना का समर्थन संजय सिंह को मिल गया हैं। लेकिन, बसपा के राजेश सागर ने अभी अपनी हार नहीं मानी हैं। अपनी और पार्टी को जीत का तमगा दिलाने के लिए के लिए राजेश सागर ने दिन रात एक कर रखा हैं। मंडे को उन्होंने से सदस्यों की एक बैठक भी बुलायी। ताकि, चुनाव में जीत दर्ज की जा सके।

और भावुक हुई कल्पना

पार्टी के दबाव में कल्पना ने मंडे को कलेक्ट्रेट आकर भले ही अपना नाम चुनाव से वापस ले लिया। लेकिन, वह अपना दर्द छिपा नहीं सकीं। उनकी आंखों में चुनाव न लड़ने का दर्द साफ झलक रहा था। नाम वापस लेने के बाद वह बिना किसी से बात किए ही वापस चली गयी। जबकि, नामांकन के दिन कल्पना सागर विरोधी उम्मीदवारों के परास्त करने की बातें की थी और जिले में विकास के कार्य करने की बात कही थी।

Posted By: Inextlive