गृह मंत्रालय के साइबर विभाग ने सरकारी कार्यालयों को मीटिंग के लिए जूम वीडियो कांफ्रेंसिंग ऐप का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी है।

नई दिल्ली (आईएएनएस)गृह मंत्रालय के साइबर कोऑर्डिनेशन सेंटर (सीसीसी) ने पिछले सप्ताह एक एडवाइजरी में चेतावनी दी है कि मीटिंग के लिए प्रसिद्ध जूम वीडियो कांफ्रेंसिंग ऐप एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म नहीं है। 12 अप्रैल को जारी एडवाइजरी में, यह कहा कि 'जूम मीटिंग प्लेटफॉर्म का सुरक्षित उपयोग केवल निजी व्यक्तियों के लिए है न कि सरकारी कार्यालयों या आधिकारिक उद्देश्यों के उपयोग के लिए। सरकार ने कहा कि CERT-In ने भी इसी साल 6 फरवरी और 30 मार्च को सूचित किया था कि जूम एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म नहीं है। निजी यूजर्स की सुरक्षा के लिए दिशा निर्देश जारी करते हुए गृह मंत्रालय के सीसीसी विभाग ने कहा कि जो लोग अभी भी निजी उद्देश्यों के लिए जूम का उपयोग करना चाहते हैं, तो उन्हें कांफ्रेंस रूम में अनाधिकृत प्रवेश की रोकथाम जैसे कुछ दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए।

मीटिंग डेटा को एन्क्रिप्ट कर सकता है यह ऐप

इसके अलावा एडवाइजरी ने 'पासवर्ड और एक्सेस ग्रांट रेस्टीरिक्शन के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को डॉस हमलों से बचने का सुझाव भी दिया है। बता दें कि जूम ऐप स्पष्ट रूप से लॉकडाउन के दौरान लोगों के बीच एक पसंदीदा और प्रसिद्ध प्लेटफॉर्म बन गया है। कई स्कूलों और प्राइवेट कपनियों में मीटिंग के लिए इसका इस्तेमाल हो रहा है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि ऐप में कुछ बड़ी कमजोरियां हैं, इसलिए आधिकारिक उद्देश्यों के लिए इसके उपयोग से बचना आवश्यक है क्योंकि यह मीटिंग डेटा को एन्क्रिप्ट कर सकता है।

Posted By: Mukul Kumar