- फरीदपुर में बनेगा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट

- 10.91 हेक्टेयर जमीन पर होगा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निर्माण

- प्रमुख सचिव ने दिए थे आदेश, तब जागे जिम्मेदार

अंकित चौहान, बरेली : दस साल के लम्बे इंतजार बाद बरेलियंस की जान लेने वाले कूड़े के पहाड़ अब तोड़े जाएंगे। सिटी की 'डर्टी पिक्चर' क्लीन होगी। 10 साल बाद सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए जमीन तलाशने की प्रक्रिया नगर निगम ने पूरी कर ली है। लखनऊ बरेली हाईवे पर फरीदपुर के सथरापुर गांव में नया प्लांट लगाया जाएगा, जिसके लिए शासन ने अनुमति दे दी है।

निर्माण का जिम्मा दिल्ली की कंपनी को सौंपा गया है। फरवरी के अंत तक प्लांट का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।

बीडीए से मांगी एनओसी

16 जनवरी को निगम और प्रदूषण विभाग की टीम ने मौका मुआयना कर प्लांट लगाने के लिए सर्व-सम्मति से हामी भरी थी, जिसके बाद नगर आयुक्त अभिषेक आनंद ने बीडीए वीसी दिव्या मित्तल से एनओसी के लिए आवेदन कर दिया है।

सुस्ती से टूटी थी कवायद

वर्ष 2002 में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने की कसरत शुरू हुई थी। 2005-06 पूर्व मेयर रहे सुभाष पटेल के कार्यकाल में प्लांट के लिए 13.86 करोड़ का बजट जारी हुआ। 2010 में प्लांट रजऊ परसपुर में तैयार हुआ। लेकिन प्लांट का इनॉग्रेशन वर्ष 2012 में पूर्व नगर विकास मंत्री आजम खां ने किया। 2013 से कूड़ा निस्तारण की शुरुआत हुई।

रजऊ प्लांट चलाने में आई थी दिक्कत

निगम के रजऊ परसपुर में बना प्लांट चलाने के लिए नोएडा के एनजीओ एकेसी डेवलपर्स के साथ नगर निगम का करार वर्ष 2011 में हुआ था। वर्ष 2013 में कड़े राजनीतिक विरोध के बीच प्लांट शुरू हुआ। इस कंपनी से निगम ने 20 साल का करार किया था। इस बीच एनजीटी ने आपत्ति की, तो जिम्मेदार एजेंसी भी भाग गई, जिसके बाद से अब तक प्लांट शुरू नहीं हो सका है।

बाकरगंज को मिलेगी नई जान

सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट न होने से बाकरगंज डंपिंग ग्राउंड के आस-पास की आबादी टीबी, मलेरिया, कैंसर और बुखार जैसी गंभीर बीमारियों की चपेट में है। कई बार स्थानीय लोगों ने विरोध किया लेकिन प्लांट न होने से कूड़े का ढेर बढ़ता ही जा रहा है।

फैक्ट फीगर

- 13.5 लाख है शहर की आबादी

- 4 जोन में बंटा है शहर

- 80 वार्ड है शहर में

450 मीट्रिक टन कूड़ा डेली निकलता है शहर से

- 300 ग्राम कचरा हर घर से निकलता है डेली

- 5 से 9 फीसदी डेली शहर से निकलता है मेडिकल वेस्ट

फरीदपुर के सथरापुर गांव में प्लांट के लिए जमीन फाइनल की गई है। बीडीए से एनओसी मिलने के बाद निर्माण शुरू कराया जाएगा। कंपनी को नामित कर दिया गया है।

श्यामलता आनंद, अपर नगर आयुक्त।