- बिजली विभाग के लोकल लाइनमैन कंज्यूमर्स को लगा रहे चूना

- पहले दे रहे कनेक्शन दिलाने का झांसा, फिर रुपए लेकर दौड़ा रहे

GORAKHPUR:

केस 1.

तिवारीपुर एरिया की इस्लामचक की रहने वाले जीनत आरा ने तीन माह पहले अपने घर कनेक्शन लेने का आवेदन किया। जीनत आरा के पति सरकारी सर्विस में होने के कारण उन्होंने अपने एरिया के लाइनमैन से संपर्क किया और कनेक्शन लेने की बात कही। उसके बाद लाइनमैन ने उनसे 5500 रुपए और कनेक्शन फाइल ले लिया, लेकिन अप्रैल में लिए गए फाइल और पैसे के बाद भी अभी तक जीनत आरा को कनेक्शन नहीं मिला है। अब उनके पति शरीफ अहमद खां बक्शीपुर आफिस का चक्कर लगा रहे हैं।

केस 2

तुर्कमानपुर के राजेश निषाद ने मई माह में पांडेयहाता में दुकान खरीदे और उसके कनेक्शन के लिए नॉर्मल सब स्टेशन पर गए, जहां सोनू नाम के एक संविदाकर्मी ने राजेश के दुकान पर जाकर लाइन खींच दी। वह कनेक्शन की फाइल और 6000 रुपए लेकर चला आया। अब जून समाप्त होने जा रहा है। राजेश निषाद नार्मल सब स्टेशन का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन सोनू कनेक्शन नहीं दिला रहा। कह रहा है कि कनेक्शन के चक्कर में क्या पड़े हो? लाइट तो जल रही है न? जल्द ही कनेक्शन दिला दिया जाएगा।

यह दो केस तो नजीर के तौर पर हैं। शहर में ऐसे सैकड़ों मामले हैं जिनमें बिजली विभाग के लाइनमैन और अन्य फील्ड के कर्मचारी ग्रामीणों को झांसे में लेकर कनेक्शन के नाम पर पैसा लेकर गायब हैं। महीनों गुजरने के बाद भी जग कनेक्शन नहीं हो पाता तब लोग ऑफिस पहुंचते हैं। पब्लिक अपनी सुविधा देखते हुए अपने एरिया के लाइनमैन पर भरोसा कर लेती है और वे लोगों की मजबूरी का लाभ उठाकर उनके पैसे से मौज कर रहे हैं।

तीन गुना लेते हैं चार्ज

बिजली विभाग के लाइनमैन और कर्मचारी कनेक्शन को अपनी कमाई का जरिया बनाते जा रहे हैं। बिजली विभाग में घरेलू कनेक्शन में दो किलोवाट का चार्ज 2480 रुपए और दुकान में एक किलोवॉट कामर्शियल का चार्ज 3780 रुपए है। वहीं विभाग के कर्मचारी दोनों ही तरह के कनेक्शन के लिए अधिक रुपए वसूल करते हैं। इनके लिए दो किलोवॉट के कनेक्शन के रेट का निर्धारण 4000 रुपए से शुरू होता है और 6000 रुपए तक चलता है, जबकि एक किलोवॉट कामर्शियल कनेक्शन का रेट 5500 से शुरू होकर 8000 रुपए तक होता है। इससे कम देने वाले कंज्यूमर्स को भारी-भरकम नियम कायदे समझाकर विभाग का चक्कर कटवाया जाता है। जिससे वह थक-हारकर फिर उन्हीं के पास जाने को मजबूर हो जाता है।

लोग कर लेते हैं भरोसा

लोकल लाइनमैन ही एरिया में रहता है। लोगों की धीरे-धीरे उससे जान-पहचान हो जाती है। लोग उन पर भरोसा करने लग जाते हैं। किसी एरिया में कोई प्रॉब्लम होता है तो वहां फॉल्ट सही करने के लिए लोग लाइनमैन को ही पहले कॉल करते हैं। वह एरिया के लोगों से घुलमिल जाता है। कोई भी बिजली से संबंधित काम होने पर लोग इन्हीं लाइनमैन को पकड़ते हैं। ऐसे में अधिकतर लाइनमैन व बिजली कर्मचारी इसका लाभ उठाते हैं।

कुछ कंप्लेन आई हैं। उनकी जांच की जा रही है। पिछले साल एक संविदाकर्मी को इसी तरह की कंप्लेन पर निकाला गया था। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।

- आरआर सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम