-पुलिस ने अलग-अलग थाना एरिया से की गिरफ्तारी

-बिना वजह लगा रहे थे भीड़, पुलिस ने की सख्ती

बरेली: लॉकडाउन के दौरान बिना वजह घूमकर भीड़ लगाने और सड़कों पर वाहनों को दौड़ाने वालों के खिलाफ पुलिस की सख्ती जारी है। पुलिस ने लॉक डाउन के दूसरे दिन ट्यूजडे को शाम तक 30 एफआईआर दर्ज कर 203 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन करने पर धारा 188 के तहत एक्शन लिया गया है। पुलिस ने करीब तीन हजार वाहनों के चालान किए और कई को सीज भी किया है। बारादरी एरिया में एक एंबुलेंस को भी सीज किया गया है। पुलिस ने लॉकडाउन के पहले दिन 60 लोगों को गिरफ्तार किया था।

3 बजे तक 128 गिरफ्तार

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक दोपहर 3 बजे तक अलग-अलग थानों में 17 एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें 128 लोगों को गिरफ्तार किया गया। बारादरी में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक 8 एफआईआर दर्ज कर 42 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस तरह से शाम तक पुलिस ने कुल 30 एफआईआर दर्ज कर 203 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस रात में भी कार्रवाई कर रही है, जिससे यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।

वाहनों की धरपकड़

पुलिस ने पूरे दिन शहर में बिना वजह घरों से वाहनों पर निकले लोगों के चालान किए। पुलिस ने सुबह से शाम 7 बजे तक 11797 वाहनों को चेक किया, जिसमें से गड़बड़ी होने पर 3152 वाहनों के चालान किए गए। इन वाहन चालकों से 9 लाख 17 हजार रुपए का शमन शुल्क भी वसूला गया। पुलिस ने सिटी एरिया में ही कुल 5599 वाहनों को चेक कर 1355 वाहनों का चालान किया।

30 एफआईआर दर्ज

203 लोग गिरफ्तार

11797 वाहनों की जांच

3152 वाहनों के चालान

917000 रुपए का जुर्माना वसूला

थानों में इन्हीं की हलचल

कोरोना वायरस के चलते थानों में सन्नाटा पसरा है। अपराधी घरों के अंदर हैं और पुलिस सड़कों पर उतरी है। बारादरी, सुभाषनगर जैसे थानों में रोजाना 10 मामले झगड़ों के पहुंचते थे जो अब न के बराबर हैं। ऐसे में पुलिस के सामने अब सिर्फ लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले ही बचे हैं। इन्हें गिरफ्तार कर ही पुलिस थानों में पहुंचा रही है। इन लोगों की वजह से ही थानों में थोड़ी चहल पहल हो रही है। इसके अलावा ऑफिस में काम करने वाले पुलिसकर्मी ही नजर आ रहे हैं। अधिकांश पुलिसकर्मी फील्ड में ड्यूटी कर रहे हैं। पुलिस दफ्तरों में भी सुनवाई न होने के चलते सन्नाटा पसरा हुआ है। पुलिस की सख्ती की वजह से अपराध लगभग शून्य हो गया है।