जमशेदपुर : एक तरफ जिला प्रशासन ग्रीन जोन होने के बाद भी लोगों से रोज घरों में रहने की अपील कर रहा है। लॉकडाउन के नियमों को समझा रहा है। वहीं, दूसरी ओर शहर की सड़कों पर बड़ी संख्या में लोग निकल रहे हैं। ना दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और ना हॉस्पिटल में। जैसे कोरोना का डर ही खत्म हो गया हो।

एमजीएम का हाल

एमजीएम हॉस्पिटल पहुंचने पर जो नजारा दिखा व आम दिनों जैसा ही था। होमगार्ड के जवान एक साथ बैठकर गप्पेमार रहे हैं। वहीं, फोटो लेने पर पूछ रहे हैं कि फोटो क्यों खींच रहे हो। बताया कि आप लोग हॉस्पिटल में होने के बावजूद सोशल स्टिेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। इसके बावजूद होमगार्ड के जवान बातों को अनसुना कर गप्पे मारने लगे। कुद यही हाल एमजीएम हॉस्पिटल के ओपीडी का भी दिखा। यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग भूलकर लोग एक दूसरे से बातें कर रहे हैं।

राशन दुकान

मानगो पोस्ट ऑफिस रोड और मानगो डिमना रोड स्थित कई राशन दूकानों में भी लॉकडाउन के नियम टूटते नजर आ रहे हैं। बेखौफ लोग सोशल डिस्टेंसिंग को धत्ता बताते हुए सामान की खरीदारी में लगे हुए हैं। बस पुलिस वैन का सायरन सुनकर लोग दूर खड़े हो जा रहे हैं।

मानगो पुल

मानगो पुल का नजारा तो देखकर लग ही नहीं रहा है लॉकडाउन लागू है। लोग दोपहर एक बजे पता नहीं किस काम से इतनी गर्मी होने के बावजूद गाडि़यों में निकल रहे हैं। जबकि जिला प्रशासन द्वारा एक गाड़ी में ड्राइवर के अलावा एक ही व्यक्ति के बैठने की इजाजत है। इसके बावजूद किसी में दो तो किसी में तीन-तीन लोग सवारी कर रहे हैं। पुलिस ने रोका तो उन्हें ही नियम समझाने लगे।

साकची गोलचक्कर

साकची गोलचक्कर का भी नजारा दोपहर के समय कुछ ऐसा ही रहा। बाजार बंद हैं, इसके बावजूद सड़कों पर किस लिए घूम रहे हैं। पुलिस के जवान भी एक गाड़ी में दो लोगों को बैठाकर सड़को पर चल रहे थे जैसे की किसी को कोरोना महामारी का कोई ही डर ना हो।

पेट्राल पंप में भी लॉकडाउन फेल

लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में ही पेट्रोल पंप में नियमों का पालन तो हुआ पर अब वहां पर भी नियमों को ताक पर रख दिया गया है। पंप के कर्मचारी बिना मास्क ही पेट्रोल देने में लगे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग की तो बात ही दूर रखिए।