श्रावस्ती (यूपी) (आईएएनएस)। कोरोना संकट के बीच यूपी के श्रावस्ती में एक बेहद दर्दनाक मामला मामने आया है। पंद्रह दिन पहले मुंबई के वसई से इंसाफ अली नाम के मजदूर ने उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में अपने घर पहुंचने के लिए चलना शुरू किया था। इंसाफ अली को इस लाॅकडाउन के बीच अपने घर पहुंचने की जिद थी। उसे रास्ते में खाने-पानी के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा लेकिन वह नहीं रुका। लगभग 1,500 किलोमीटर तक चलना जारी रखा। इंसाफ अली को सफलता भी मिली और अपनी मंजिल तक पहुंच गया। सोमवार को गांव के बाहरी इलाके में पहुंचने पर उसे तुरंत जिले के मल्हीपुर थाने के मटखनवा में एक क्वाॅरंटीन सेंटर ले जाया गया लेकिन यहां पर उसकी हालत बिगड़ने लगी। एडमिट होने के कुछ घंटे बाद ही उसकी माैत हो गई।

पानी की कमी और थकावट की वजह से गई जान

कहा जा रहा है कि शरीर में पानी की कमी और थकावट की वजह से उसकी जान गई है। वहीं इस संबंध पुलिस अधीक्षक, श्रावस्ती, अनूप कुमार सिंह ने कहा कि इंसाफ अली सुबह 7 बजे के करीब मटखनवा पहुंचा और यहां एक स्थानीय स्कूल में शुरुआती टेस्टिंग के बाद उसे क्वाॅरंटीन कर दिया गया। उन्होंने कहा कि यहां उसे प्राॅपर नाश्ता आदि दिया गया। इसके बाद उसने आराम भी किया लेकिन करीब पांच घंटे के बाद उसके पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द की शिकायत शुरू हुई और तीन बार उल्टी भी हुई।

इंसाफ अली के सैंपल टेस्टिंग के लिए भेजे गए हैं

इससे पहले कि डॉक्टरों को बुलाया जाता, अली की माैत हो गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी एपी भार्गव ने कहा कि इंसाफ अली के सैंपल लिए गए थे। सैंपल टेस्टिंग के लिए लखनऊ में डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल भेजे गए हैं। सीएमओ ने कहा, रिपोर्ट सामने आने के बाद ही, हम अली की मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम करेंगे। डॉक्टरों की एक टीम द्वारा किए गए प्रारंभिक जांच के दौरान इंसाफ अली में कोरोना वायरस महामारी के कोई संकेत या लक्षण नहीं पाए गए थे।

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