RANCHI: सिटी में लॉकडाउन का पब्लिक मतलब ही नहीं समझ रही है। जिसे देखो वह अपनी गाड़ी उठाकर सिटी की मुख्य सड़कों पर घूमने निकल जा रहा है। इस बीच पुलिस भी ऐसे लोगों से निपटने के लिए सख्त हो गई है। रोड पर देखते ही रोककर उनका चालान भी काटा जा रहा है। हालांकि कुछ लोग बहाने बनाकर वहां से निकल जा रहे है। वहीं कुछ लोगों को वार्निद देकर पुलिस ने छोड़ दिया है, जबकि गली-मोहल्ले और कॉलोनी में सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग घरों में ही रहना बेहतर समझ रहे हैं।

स्थान: मौर्या पथ, बड़गाई

समय: 9.55 बजे सुबह

सुबह में लोग जरूरी सामान खरीदने के लिए घरों से निकले थे, लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही लोग घरों में कैद हो गए। इससे साफ है कि इस इलाके में लोग कोरोना से निपटने को लेकर गंभीर हैं, वहीं अपने आसपास के लोगों का भी ध्यान रख रहे हैं।

स्थान: खेलगांव चौक

समय: 10.27 बजे सुबह

कई लोग अपनी कार लेकर निकले हुए हैं। पुलिस ने रोककर बाहर निकलने का कारण भी पूछा। अब तो गाड़ी वाले के पास कोई बहाना भी नहीं था। इस बीच पुलिस ने वार्निग देकर छोड़ दिया। साथ ही कहा कि दोबारा पकड़े गए तो चालान कट जाएगा। इस बीच वहां से गुजरने वाली हर गाड़ी को रोका गया।

स्थान: बूटी मोड़

समय: 10.35 बजे सुबह

पुलिस ने दूसरे स्टेट की गाड़ी देखते ही रोक लिया। इस बीच ड्राइवर से कागजात दिखाने को कहा तो वह बाते बनाने लगा। हालांकि ड्यूटी में तैनात जवान ने बातचीत के दौरान दूरी बनाकर रखी थी ताकि सोशल डिस्टेंस बना रहे। काफी देर पूछताछ करने के बाद में कागजात देखा और उसे वापस लौट जाने को कहा। इस बीच कई गाडि़यां वहां से गुजरती रही।

स्थान: शुक्ला कॉलोनी, हिनू

समय: 11.48 बजे सुबह

लॉकडाउन में भी लोग घरों से सामान खरीदने के लिए बाहर निकल रहे थे, लेकिन सोमवार को देखकर लगा कि अब लोगों को लॉकडाउन का मतलब समझ में आ गया है। ऐसे में लोग घरों से बाहर झांकते हुए भी नहीं दिखे।

स्थान: महावीर चौक, अपर बाजार

समय: 12.00 बजे दिन

लॉकडाउन की घोषणा के बाद भी दुकानें खुल रही थी। वहीं लोग जरूरी सामान खरीदने के लिए घरों से बाहर नकल गए थे। लेकिन सोमवार को दिन में नजारा कुछ बदला सा दिखा। रोड में इक्का-दुक्का लोग ही दिखे। वहीं अधिकतर लोग अपने घरों में ही पूरा दिन कैद रहे।

स्थान: बसर टोली, बहू बाजार

समय: 12.43 बजे दोपहर

पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं पुलिस ने भी अनाउंसमेंट कर लोगों को सूचना दी थी कि अपने घरों में ही रहे। बाहर देखे जाने पर पुलिस उन्हें उठाकर थाने ले जाएगी। ऐसे में लोगों ने मुसीबत मोल लेने से घरों में रहना ही बेहतर समझा। कुछ लोग घरों से जरूरी सामान लेने के लिए निकलते दिखे।