-रोक के बावजूद पूरे शहर में धडल्?ले से बिक रहा पॉलीथिन

-खुलेआम दुकानदार सिंगल यूज पॉलीथिन में दे रहे सामान

लॉकडाउन में किसी को छूट मिली हो या नहीं, लेकिन पॉलीथिन को खुली छूट मिल गयी है। बडे दुकान से लेकर ठेले तक पॉलीथिन की बहार आ गयी है। हर जगह पॉलीथिन दिख रहा है। एक तरफ जहां प्रशासन और नगर निगम कोरोना वायरस संक्रमण से जंग लड़ रहा है वहीं दूसरी ओर नगर निगम के लिए एक और जंग का प्लेटफॉर्म तैयार हो गया है। कोरोना वायरस कंट्रोल होने के तुरंत बाद नगर निगम को फिर से सिंगल यूज पॉलीथिन के खिलाफ जंग लड़नी होगी। लॉकडाउन के दौरान सिंगल यूज पॉलीथिन के इस्तेमाल में जबरदस्?त वृद्धि हो गयी है। जिले में इसका सबसे अधिक इस्तेमाल सब्जी मंडी, किराना मंडी और जनरल स्?टोर में हो रहा है।

अभियान न चलने का उठा रहे फायदा

इस समय इसका प्रयोग बढ़ा हुआ दिख रहा है। दरअसल यूपी सरकार ने दो अक्टूबर 2018 को यूपी में सिंगल यूज पॉलीथिन इस्तेमाल, इसके उत्पादन और इसके परिवहन और स्टोर करने पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी। लगातार करीब दो सालों से इसके खिलाफ नगर निगम की ओर से अभियान भी चलाया जा रहा है। अब तक इस मामले में सैकडों लोगों के खिलाफ एफआईआर सहित माल जब्?त होने की कार्रवाई की जा चुकी है। बावजूद इसके इस समय फ?रि से पॉलीथिन मार्केट में आ गया है। लगभग सभी दुकानों पर कुछ भी खरीदने पर दुकानदार पॉलीथिन पकडा दे रहे हैं।

बिना रोकटोक पहुंच रहा पॉलीथिन

रोक के बावजूद पॉलीथिन आखिर गली मुहल्?ले की छोटी छोटी दुकान तक कैसे पहुंच जा रहा है। यह यक्ष प्रश्?न है। लॉकडाउन के बीच इसका प्रोडक्?शन और टांसपोर्टेशन कैसे हो रहा है। यह जांच का विषय है। जब पुलिस सहित अन्?य विभागों को भी पॉलीथिन की जांच का जिम्?मा सौंपा गया है तो खुलेआम मार्केट में इसकी बिक्री कैसे हो रही है। पॉलीथिन बेचने वालों और सामान पैक कर देने वालों के खिलाफ कार्रवाई क्?यों नहीं हो रही है। इसके पीछे किसी का सह तो नहीं है। इन सारे अनसुलझे सवालों का जवाब आम आदमी लेकर घूम रहा है। वहीं वो लोग भी पूछ रहे हैं जिनके खिलाफ लॉकडाउन से पहले पॉलीथिन बेचने पर कार्रवाई हुई थी।

वर्जन-------

कोरोना वायरस के नियंत्रित होते ही फिर से नगर निगम एरिया को पॉलीथिन फ्री किया जाएगा। इसके खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। वहीं दोषियों पर कार्रवाई भी होगी।

गौरांग राठी, नगर आयुक्?त

नगर निगम