नई दिल्ली (पीटीआई)। कोरोना वायरस की वजह से देश में लगाया गया 21 दिनों का लाॅकडाउन 14 अप्रैल तक रहेगा। सरकार ने सोमवार को कहा कि 21 दिनों के लॉकडाउन के विस्तार के लिए तत्काल कोई योजना नहीं है। एक ट्वीट में, सरकार के प्रेस सूचना ब्यूरो ने कहा इन दिनों कई अफवाहे सामने आ रही है कि सरकार 21 दिनों के बाद लॉकडाउन बढ़ा देगी। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने इन रिपोर्टों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि वह इन रिपोर्ट्स को लेकर हैरान हैं। 21 दिनों के लॉकडाउन के आगे बढ़ाने की बातें निराधार है।

प्रवासी मजदूरों ने पैदल अपने गांव का सफर तय किया

देश में इन दिनों कोरोना को रोकने के लिए 21 दिनों का लाॅकडाउन चल रहा है। केंद्र ने पहले ही राज्यों को प्रवासी श्रमिकों के लिए आश्रय और भोजन की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। बावजूद इसके हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूरों ने पिछले 5दिनों में बड़े शहरों से पैदल चलकर अपने गांव का सफर तय किया। तमाम लोगों के मन में ये अफवाहें घर गई हैं कि लाॅकडाउन बढ़ जाएगा।

अचानक लाॅकडाउन से घबराहट और भ्रम पैदा हुआ

वहीं देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक समूह मंत्री (जीओएम) ने रविवार को प्रवासी मजदूरों की स्थिति की व्यापक समीक्षा की। इस दाैरान ऐसी आशंका जताई गई है कि लॉकडाउन गंभीर आर्थिक और सामाजिक संकट पैदा कर सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि अचानक लाॅकडाउन से घबराहट और भ्रम पैदा हुआ है।

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