नई दिल्ली (एएनआई)। कोरोना वायरस संकट के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने गुरुवार को डब्ल्यूएचओ साउथ-ईस्ट एशिया के रीजनल डायरेक्टर्स की वर्चुअल मीटिंग को संबोधित किया। इस दाैरान उन्होंने बीते दिनों लाॅकडाउन का जिक्र किया। डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि लॉकडाउन पीरियड का उपयोग कोविड-19 मामलों की बढ़ती संख्या को रोकने और हमारे स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे को जल्दी से बढ़ाने के लिए किया गया था। लाॅकडाउन की वजह से हम अपने आइसोलेशन बेड को 34 गुना और आईसीयू बेड को 20 गुना बढ़ाने में सफल हुए।

टेस्टिंग पर फोकस किया गया

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की मदद से 10 से 20 दिनों के भीतर हम कोविड-19 रोगियों के लिए 1,000 से 10,000 बेड बनाने में सफल हुए। वर्तमान में हम कोरोना वायरस से मजबूत लड़ाई लड़ रहे हैं। देश में कोविड-19 परीक्षण के बारे में बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जल्द से जल्द मामलों का पता लगाने के लिए टेस्टिंग पर फोकस किया गया और अब तक 20 मिलियन से अधिक परीक्षण किए गए हैं।

मृत्यु दर घटकर 2.09 प्रतिशत

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वर्तमान में देश में जांच प्रयोगशालाओं के नेटवर्क में कुल 1,366 प्रयोगशालाएं है। प्रेस इंफाॅरमेशन ब्यूरो की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक इसमें सरकारी क्षेत्र की 920 प्रयोगशालाएं और निजी क्षेत्र की 446 प्रयोगशालाएं शामिल हैं। वहीं देश में कोविड-19 से ठीक होने की दर बढ़कर 67.19 प्रतिशत के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंची।वहीं कोरोना के मामलों में मृत्यु दर घटकर 2.09 प्रतिशत पहुंची है।

24 घंटों में 56,282 नए केस दर्ज

देश में कोरोना वायरस महामारी की रफ्तार इन दिनों काफी तेज है। पिछले 24 घंटों में 56,282 नए केस दर्ज हुए हैं। वहीं बीते 24 घंटे में 904 माैते हुई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार इस तरह से भारत में संक्रमितों का आंकड़ा 19,64,537 पर पहुंच गया। अब तक 40,699 कोरोना वायरस पीड़ितों की माैत हो चुकी है। देश में वर्तमान में कुल संक्रमित मामलों में कोविड-19 के 5,95,501 सक्रिय मामले हैं।

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