क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ:मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि आदिवासी हित, जल, जंगल और जमीन की बात करनेवाले लोग अपने गिरेबां में झांक कर देखें. कैसे उन्होंने राज्य के गरीब आदिवासियों की जमीन लूटी. जेएमएम और सोरेन परिवार ने सबसे अधिक सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंघन कर 500 करोड़ की जमीन 26 जगहों पर खरीदी. रांची के एक आदिवासी भाई भी इनके दोहन का शिकार हुए. इसे आप भी आकर देख सकते हैं. बड़ी विडंबना है कि आदिवासी हित की बात करनेवाले ही आदिवासियों के शोषक हैं. गुरुवार को सिमडेगा में भी जल, जंगल और जमीन लूटनेवाले एक साथ मंच साझा कर रहे थे. मुख्यमंत्री शुक्रवार को खूंटी में आयोजित विजय संकल्प रैली में लोगों को संबोधित कर रहे थे.

खूंटकटी जमीन कोई नहीं ले सकता

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 में भी कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने कहा था कि अगर भाजपा आयेगी तो आदिवासियों की जमीन लूट लेगी. 2019 में भी ये यही कह रहे हैं. लेकिन सरकार ने पिछले साढ़े चार साल में किसी की जमीन नहीं लूटी. खूंटकटी की जमीन कोई नहीं ले सकता. सरकार भी नहीं ले सकती. भ्रष्टाचारी लोग दुष्प्रचार कर रहे हैं कि जमीन लूट ली जाएगी. जमीन लूटने वाले ही भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं. झारखंड के लोगों को विकास से दूर रखने का काम कर रहे हैं.

शहीद ग्राम, शहीद स्थल निर्माण पीएम की कल्पना

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के आंदोलन का शंखनाद झारखंड की धरती से बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू, फूलो. झानो समेत कई शहीदों ने किया था. लेकिन आजादी के आंदोलन के ठेकेदार बनने वाले नेहरू परिवार ने कभी इन वीर सपूतों का नाम नहीं लिया. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले से धरती आबा बिरसा मुंडा को नमन किया. शहीद ग्राम निर्माण की कल्पना प्रधानमंत्री की है. शहीद स्थल निर्माण उनकी ही परिकल्पना है. राज्य के अति पिछड़े जिलों को विकास के लिए 28.28 करोड़ रुपए दिए गए.सरकार की योजनाएं भी गरीबों के उत्थान के लिए केंद्रित हैं.